(सूर्या देसराजू)
अमरावती, आठ मार्च (भाषा) आंध्र प्रदेश में वर्ष 2021 में सड़क दुर्घटनाओं में 10.16 प्रतिशत तथा इनमें जान गंवाने वालों की संख्या में 14.08 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई।
आंध्र प्रदेश सड़क सुरक्षा परिषद (आरएससी) के संकलित आंकड़े दर्शाते हैं कि इन दुर्घटनाओं में घायल होने वालों की संख्या में भी 7.94 प्रतिशत का इजाफा हुआ है।
आंकड़ों के मुताबिक, वर्ष 2021 में राज्य के 13 जिलों में 19,729 सड़क दुर्घटनाएं हुईं जिनमें 8053 लोगों की मौत हुई जबकि 21,169 लोग घायल हुए।
इन दुर्घटनाओं के सबसे ज्यादा शिकार दो पहिया वाहन चालक बने और उसके बाद पैदल चलने वालों की जान गई। दो पहिया वाहनों से संबंधित कुल 9456 हादसों में 3,352 लोगों की जान गई जबकि पैदल यात्रियों से संबंधित 4,275 दुर्घटनाओं में 1,723 लोगों की मौत हुई।
आंकड़ों से पता चलता है कि ‘ओवर स्पीडिंग’ (तेज गति से वाहन चलाना) दुर्घटनाओं के कुल 69.9 प्रतिशत मामलों और मौत के 69.5 प्रतिशत मामलों की वजह बना। वहीं 26.5 प्रतिशत सड़क दुर्घटनाओं को ‘दुर्घटना के कारणों का पता नहीं’ श्रेणी में वर्गीकृत किया गया, जबकि 2.3 प्रतिशत दुर्घटनाएं गलत लेन में गाड़ी चलाने के कारण हुईं।
नशे में वाहन चलाने से 0.5 प्रतिशत और वाहन चलाते समय मोबाइल फोन का उपयोग करने से 0.1 प्रतिशत दुर्घटनाएं हुईं जिनके परिणामस्वरूप क्रमशः 0.1 और 0.2 प्रतिशत लोगों की जान गई।
आंकड़ों के मुताबिक 25-35 वर्ष के आयु वर्ग के लोग सड़क हादसों का सबसे ज्यादा शिकार हुए, जिसमें 1,679 पुरुषों और 234 महिलाओं की मौत हुई।
भाषा प्रशांत मनीषा
मनीषा
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