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Sunday, 22 December, 2024
होमदेश‘देश में बढ़ रहे हैं सड़क हादसे, शहरों में दिल्ली टॉप पर’, एक्सीडेंट पर क्या कहते हैं सरकार के आंकड़े

‘देश में बढ़ रहे हैं सड़क हादसे, शहरों में दिल्ली टॉप पर’, एक्सीडेंट पर क्या कहते हैं सरकार के आंकड़े

रिपोर्ट के मुताबिक सड़क हादसे बढ़ने का सबसे बड़ा कारण ओवरस्पीडिंग है. साथ ही नशे में ड्राइविंग करना, ट्रैफिक नियमों का पालन नहीं करना और लापरवाही से ड्राइविंग करना आदि शामिल है.

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नई दिल्ली: देश में सड़क हादसे लगातार बढ़ रहे हैं. आए दिन सड़क हादसे में लोगों की मौत और घायल होने की खबरे आते रहती है. इस बीच केंद्र सरकार ने एक आंकड़ा जारी किया जिसमें कहा गया है कि भारत में सड़क हादसों में 12 फीसदी की वृद्धि हुई है. रिपोर्ट में कहा गया है कि 2022 में कुल 4,61,312 सड़क दुर्घटना दर्ज की गई, जिसमें 1,68,491 लोगों की मौत हुई.

रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि दुर्घटना में मरने वालों में 9.4 प्रतिशत और घायल होने वालों में 15.3 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है.

इस रिपोर्ट के आने के एक दिन बाद ही आज पंजाब के संगरूर में सड़क हादसे में एक बच्चे समेत 6 लोगों की मौत हुई. प्राप्त जानकारी के मुताबिक एक कार एक बड़े टैंकर से टकरा गई जिसके कारण अधिकतर लोगों की मौत मौके पर हो गई.

दिल्ली में सबसे अधिक दुर्घटना

रिपोर्ट के मुताबिक, देश में सबसे अधिक सड़क दुर्घटना दिल्ली में दर्ज की गई. दिल्ली में 5,652 दुर्घटनाएं दर्ज की गई, जबकि इसके बाद इंदौर में 4,680, जबलपुर 4,046, बेंगलुरु 3,822, चेन्नई 3,452, भोपाल 3,313, मल्लापुरम 2,991, जयपुर 2,687, हैदराबाद 2,516 और कोच्चि 2,432 का नंबर आता है.

रिपोर्ट के मुताबिक, दस लाख की आबादी वाले 50 शहरों में हुई कुल सड़क दुर्घटनाओं में से 46.37 प्रतिशत हादसे इन 10 शहरों में हुए.

इसमें कहा गया है कि 2021 की तुलना में 2022 में चेन्नई, धनबाद, लुधियाना, मुंबई, पटना और विजाग को छोड़कर सभी 10 लाख से ज्यादा आबादी वाले शहरों में सड़क दुर्घटनाओं और मौतों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है.

क्यों बढ़ रहे हैं हादसे?

रिपोर्ट के मुताबिक सड़क हादसे बढ़ने का सबसे बड़ा कारण ओवरस्पीडिंग है. साथ ही नशे में ड्राइविंग करना, ट्रैफिक नियमों का पालन नहीं करना और लापरवाही से ड्राइविंग करना आदि शामिल है. इसके अलावा बाइक से हादसे में लगभग 50 हजार लोगों की मौत हुई. रिपोर्ट में बताया गया कि 35,692 बाइक सवार लोगों की मौत ड्राइव करते हुई. वहीं बाइक के पीछे बैठे 14,337 लोगों की मौत हुई. इसमें से अधिकतर हेलमेट नहीं पहने थे.

रिपोर्ट में बताया गया कि साल 2022 में 68 प्रतिशत मौतें ग्रामीण इलाकों में हुई जबकि शहरी क्षेत्रों में 32 प्रतिशत मौतें हुई.

रिपोर्ट में कहा गया है कि प्रति लाख जनसंख्या पर होने वाली सड़क दुर्घटनाओं की संख्या वर्ष 2021 के 30.3 से बढ़कर वर्ष 2022 में 33.5 हो गई.


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