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Friday, 22 November, 2024
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भाजपा के समर्थन से ‘नव हिंदू ओवैसी’ का हुआ उदय: राउत का राज ठाकरे पर कटाक्ष

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नासिक (महाराष्ट्र), 16 अप्रैल (भाषा) मस्जिदों में लाउडस्पीकर के खिलाफ आक्रामक रुख अपनाने वाले राज ठाकरे पर परोक्ष रूप से निशाना साधते हुए शिवसेना सांसद संजय राउत ने शनिवार को महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) प्रमुख को ‘‘नव हिंदू ओवैसी’’ और उनकी पार्टी को ‘‘नव हिंदुत्व एआईएमआईएम’’ करार दिया।

मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटाने और हनुमान चालीसा का पाठ करने की मांगों के पीछे भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के हाथ होने का आरोप लगाते हुए राउत ने दावा किया कि खुफिया जानकारी से पता चला है कि महाराष्ट्र में सांप्रदायिक तनाव पैदा करने की साजिश चल रही है और महा विकास आघाड़ी (एमवीए) सरकार को बर्खास्त करने के लिए राष्ट्रपति शासन की सिफारिश की जाने वाली है।

राज्य सरकार को ‘अल्टीमेटम’ देते हुए राज ठाकरे ने हाल में कहा कि मस्जिदों पर लगे लाउडस्पीकर तीन मई तक हटा दिए जाने चाहिए अन्यथा मस्जिदों के बाहर ज्यादा जोर से हनुमान चालीसा का पाठ होगा।

राउत ने आरोप लगाया कि मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटाने की मांग और हनुमान चालीसा का पाठ करने का आह्वान मनसे के सहयोग से भाजपा द्वारा एमवीए सरकार को गिराने के लिए सांप्रदायिक नफरत पैदा करने के प्रयास का हिस्सा है।

शिवसेना नेता ने कहा, ‘‘यही कारण है कि भाजपा यह काम ‘नव हिंदुत्व एआईएमआईएम’ और ‘नव हिंदू ओवैसी’ के जरिए करवा रही है। उन्होंने मस्जिदों के सामने लाउडस्पीकर बांटने और हनुमान चालीसा का पाठ करने की योजना बनाई है। उन्होंने इस काम का ठेका दिया है। वे मस्जिदों के सामने हनुमान चालीसा का पाठ करेंगे, फिर असली ओवैसी (एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी) तस्वीर में आ जाएंगे और सब कुछ दंगों में बदल जाएगा।’’

राउत ने कहा, ‘‘बाद में वे राजभवन के जरिए केंद्र को रिपोर्ट भेजेंगे और महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लगाने की कोशिश करेंगे। हमारे पास ऐसी योजना की खुफिया और सतर्कता संबंधी जानकारी है और गृह मंत्रालय इस पर विचार कर रहा है।’’

राउत ने मई के पहले या दूसरे सप्ताह में शिवसेना नेता और मंत्री आदित्य ठाकरे की अयोध्या यात्रा की भी घोषणा की। उन्होंने कहा, ‘‘नासिक शिवसेना इस कार्यक्रम का आयोजन करेगी। कार्यक्रम मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे द्वारा ‘राम राज्य’ की अवधारणा के संबंध में होगा।’’

उन्होंने कहा कि 1987 में, शिवसेना के संस्थापक बालासाहेब ठाकरे ने हिंदुत्व का आह्वान किया और विले पार्ले उपचुनाव जीता। राउत ने बिना किसी का नाम लिए कहा, ‘‘कुछ लोग शिवसेना सुप्रीमो की भ्रष्ट कॉपी बनने की कोशिश कर रहे हैं। लेकिन यह बेकार है। हिंदुत्व किसे पढ़ाते हैं? जिन लोगों ने हिंदुत्व को किराए पर लिया है, उन्हें हमें हिंदुत्व नहीं सिखाना चाहिए।

राउत ने कहा, ‘‘जो लोग हनुमान चालीसा का पाठ करने का दावा करते हैं, वे इसकी पहली दो चौपाई भी दिल से नहीं कह सकते। वे राष्ट्रगान और वंदे मातरम् का पाठ भी नहीं कर सकते।’’

राउत ने कहा, ‘‘वर्षों से हम शांतिपूर्वक हनुमान जयंती और रामनवमी को धार्मिक उत्साह के साथ मनाते आ रहे हैं। लेकिन इस बार रामनवमी के दिन सांप्रदायिक दंगे हुए। पहले ऐसा नहीं हुआ था। रामनवमी पर 10 राज्यों में दंगे हुए। जहां भी चुनाव हों, वहां दंगे कराना और चुनाव जीतना अब भाजपा की रणनीति है।’’

शिवसेना नेता ने आरोप लगाया कि सांप्रदायिक दंगे की स्थिति पैदा करना और चुनाव जीतना अब एक ‘‘पैटर्न’’ बन गया है, लेकिन यह देश को टुकड़ों में बांट देगा।

सेवामुक्त किए जा चुके विमानवाहक पोत ‘आईएनएस विक्रांत’ के संरक्षण के लिए एकत्र किए गए धन के कथित दुरुपयोग में भाजपा नेता किरीट सोमैया और उनके बेटे के खिलाफ मुंबई में दर्ज प्राथमिकी का जिक्र करते हुए राउत ने आरोप लगाया कि कुछ अदालतें ‘‘राहत अदालतें’’ बन रही हैं।

राउत ने कहा, ‘‘2022 में यह बात सामने आई कि आईएनएस विक्रांत के संरक्षण के लिए इकट्ठा किया गया धन वहां नहीं पहुंचा जहां उसे पहुंचना था। यहां तक कि सत्र अदालत भी इस बात से सहमत था कि धन का दुरुपयोग हुआ था…58 करोड़ रुपए थे या 158 करोड़ रुपए, जांच में खुलासा होगा।’’

उन्होंने कहा, ‘‘हालांकि उच्च न्यायालय ने किरीट सोमैया को राहत दी। अदालत कुछ लोगों के लिए ‘राहत अदालत’ बन गई है। उच्च न्यायालय का यह कहना गलत है कि धन 2013 में एकत्र किया गया था और मामला 2022 में दर्ज किया गया। ’’

बंबई उच्च न्यायालय ने बुधवार को आईएनएस विक्रांत कोष मामले में किरीट सोमैया को गिरफ्तारी से अंतरिम सुरक्षा प्रदान की।

शिवसेना सांसद ने दावा किया कि 2014 में भाजपा के सत्ता में आने के बाद से भारत के इतिहास को बदलने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा, ‘‘यह पिछले 60 वर्षों में किए गए सभी अच्छे कामों को नष्ट करने का प्रयास है। देश के शासक इस मानसिकता से काम कर रहे हैं कि देश का इतिहास 2014 में ही शुरू हुआ।’’

भाषा आशीष माधव

माधव

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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