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मंगलवार, 20 मई, 2025
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अरुणाचल में इंसान-हाथियों के बीच संघर्ष से प्रभावित परिवारों को चावल वितरित किए गए

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ईटानगर, 18 नवंबर (भाषा) अरुणाचल प्रदेश के पक्के-केसांग जिले में ‘पक्के टाइगर रिजर्व फाउंडेशन’ (पीटीआरएफ) ने भारतीय वन्यजीव ट्रस्ट (डब्ल्यूटीआई) के साथ मिलकर शुक्रवार को इस साल इंसान-हाथी संघर्ष से प्रभावित 69 परिवारों को चावल वितरित किए।

डब्ल्यूटीआई के एक पदाधिकारी ने बताया कि जिले में पक्के टाइगर रिजर्व के पास स्थित सिजोसा में रहने वाले परिवारों को करीब 69 क्विंटल चावल वितरिए किए गए।

डब्ल्यूटीआई के अंतर्गत आने वाले ‘सेंटर फॉर बीयर रिहैबिलिटेशन एंड कंजर्वेशन’ (सीबीआरसी) के प्रबंधक पंजीत बासुमतारी ने कहा कि चावलों का वितरण ‘ग्रेन फॉर ग्रेन’ पहल 2022-23 के हिस्से के रूप में किया गया।

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष और स्थानीय विधायक बियुराम वाह्गे ने पक्के-केसांग जिले के उपायुक्त तायेक पाडो, संभागीय वन अधिकारी सत्यप्रकाश सिंह और सिजोसा वन रेंज अधिकारी रुबो ताडो की मौजूदगी में चावलों का वितरण किया।

पंजीत ने कहा कि भारत में करीब 101 सरकारी अधिसूचित हाथी गलियारे हैं और हर साल हाथियों के साथ संघर्ष की वजह से 400 से ज्यादा इंसानों की मौत होती है जबकि जवाबी प्रतिक्रिया में करीब 100 हाथी मारे जाते हैं।

डब्ल्यूटीआई ने ‘ग्रेन फॉर ग्रेन’ योजना किसानों को सहायता प्रदान करने और हाथियों के खिलाफ जवाबी हमलों की घटनाओं में कमी लाने के मकसद से तैयार की है।

भाषा जितेंद्र नेत्रपाल

नेत्रपाल

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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