शिमला, 25 नवंबर (भाषा) हिमाचल प्रदेश में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह ने सोमवार को कहा कि राज्य में संगठन के पुनर्गठन की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। सिंह ने कहा कि इस कवायद के लिए नियुक्त पर्यवेक्षकों को कांग्रेस के हिमाचल प्रदेश प्रभारी राजीव शुक्ला को ‘फीडबैक’ देने के लिए कहा गया है।
उन्होंने कहा, “स्थिति को समझने, वरिष्ठ पार्टी नेताओं से बातचीत करने, बैठकें करने, क्षेत्र का दौरा करने और अपनी प्रतिक्रिया देने के लिए पर्यवेक्षकों को भेजा गया है।”
पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह की पत्नी प्रतिभा सिंह ने कहा कि पर्यवेक्षकों को सरकार के कामकाज की निगरानी करने तथा सरकार और संगठन के बीच समन्वय स्थापित करने की जिम्मेदारी भी दी गई है।
पर्यवेक्षकों के साथ बैठक के बाद उन्होंने कहा कि चुनाव के दौरान पार्टी के लिए सक्रिय रूप से काम करने वाले लोगों और पदों पर रहने के बावजूद निष्क्रिय लोगों की पहचान की जाएगी और एक रिपोर्ट हाई कमान को सौंपी जाएगी।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने छह नवंबर को हिमाचल प्रदेश कांग्रेस कमेटी के साथ-साथ जिला और ब्लॉक इकाइयों को तत्काल प्रभाव से भंग कर दिया था। इसके बावजूद प्रतिभा सिंह अपने पद पर बनी रहीं।
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सदस्य चेतन चौहान ने कहा, “हम वरिष्ठ नेताओं से बात करेंगे और जोर युवा और अनुभवी लोगों के मिश्रण पर होगा।”
हिमाचल प्रदेश कांग्रेस जाहिर तौर पर गुटबाजी से ग्रस्त है। यह गुटबाजी फरवरी में राज्यसभा चुनाव के दौरान भी देखने को मिली थी, जब सत्तारूढ़ पार्टी के उम्मीदवार अभिषेक सिंघवी भाजपा के हर्ष महाजन से चुनाव हार गए थे। कांग्रेस के छह विधायकों ने ‘क्रॉस वोटिंग’ की थी।
भाषा नोमान संतोष
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