नयी दिल्ली, सात जुलाई (भाषा) राष्ट्रपति भवन ने राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन संस्थान (एनआईडीएम) के साथ संग्रहालयों और विरासत भवनों पर विशेष ध्यान देते हुए आपदा प्रबंधन पर एक कार्यशाला का आयोजन किया है। एक आधिकारिक बयान में बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी गई।
इस कार्यशाला का उद्देश्य विरासत भवनों, संग्रहालयों और सांस्कृतिक विरासत पर विशेष ध्यान देने के साथ आपदा प्रबंधन के प्रति राष्ट्रपति भवन के अधिकारियों और अन्य हितधारकों के बीच जागरूकता पैदा करना है।
बयान के मुताबिक 7-8 जुलाई को दो दिवसीय कार्यशाला के दौरान, प्रतिभागी आपदा प्रबंधन अधिनियम के विभिन्न पहलुओं, आपदा प्रबंधन ढांचे और दिशानिर्देशों, आपदा जोखिम न्यूनीकरण के लिए ‘सेंडाई फ्रेमवर्क’, आपदा जोखिम में कमी पर प्रधानमंत्री के 10 सूत्री एजेंडा के बारे में जानेंगे।
बयान में कहा गया कि कार्यशाला के पहले दिन वक्ताओं ने आपदा प्रबंधन के प्रति जागरूकता की आवश्यकता और किसी भी आपदा की स्थिति में नुकसान को कम करने के लिए हितधारकों को प्रशिक्षित करने के लिए ज्ञान प्रदान करने पर जोर दिया।
बयान के अनुसार उन्होंने विरासत भवनों में आपदा प्रबंधन के महत्व पर भी प्रकाश डाला और आपदा प्रबंधन के लिए प्रभावी दिशा-निर्देश और प्रतिक्रिया तंत्र तैयार करने पर जोर दिया।
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