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अयोध्या राम मंदिर में रामलला की प्रतिमा का अनावरण किया गया

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(अरूणव सिन्हा)

अयोध्या (उप्र), 19 जनवरी (भाषा) अयोध्या के राम मंदिर में रामलला की प्रतिमा को 22 जनवरी को होने वाले ‘प्राण प्रतिष्ठा’ समारोह से तीन दिन पहले शुक्रवार को अनावरण कर दिया गया। काले पत्थर से बनी इस प्रतिमा की आंख पर पीले रंग के कपड़ा बांधा गया है।

विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के पदाधिकारी शरद शर्मा ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि रामलला की प्रतिमा की आंखों पर पीला रंग का कपड़ा बंधा है और प्रतिमा को गुलाब के फूलों की माला पहनायी गई है।

विश्व हिंदू परिषद ने रामलला की प्रतिमा की तस्वीर जारी की और यह प्रतिमा खड़ी मुद्रा में है।

अयोध्या स्थित राममंदिर में आगामी 22 जनवरी को होने वाले प्राण प्रतिष्ठा समारोह से पहले भगवान राम की नयी प्रतिमा बृहस्पतिवार अपराह्न में राम जन्मभूमि मंदिर के गर्भगृह में रखी गई।

मैसूरु के मूर्तिकार अरुण योगीराज द्वारा बनाई गई 51 इंच की रामलला की प्रतिमा को पिछली रात मंदिर में लाया गया था।

प्राण प्रतिष्ठा समारोह के मुख्य आचार्य अरुण दीक्षित ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि भगवान राम की प्रतिमा को अपराह्न में वैदिक मंत्रोचार के बीच गर्भगृह में रखा गया। उन्होंने कहा कि ‘प्रधान संकल्प’ ट्रस्ट के सदस्य अनिल मिश्रा द्वारा किया गया।

दीक्षित ने बताया कि ‘प्रधान संकल्प’ की भावना यह है कि भगवान राम की ‘प्रतिष्ठा’ सभी के कल्याण के लिए, राष्ट्र के कल्याण के लिए, मानवता के कल्याण के लिए और उन लोगों के लिए भी की जा रही है जिन्होंने इस कार्य में अपना योगदान दिया है। उन्होंने कहा कि इसके अलावा अन्य अनुष्ठान भी किए गए तथा ब्राह्मणों को वस्त्र भी दिए गए।

श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर अपनी एक पोस्ट में इसकी जानकारी दी। पोस्ट में कहा गया, ‘अयोध्या में जन्मभूमि स्थित राम- मंदिर में आज दिन में 12:30 बजे के बाद राममूर्ति का प्रवेश हुआ। दोपहर 1:20 बजे यजमान द्वारा प्रधानसंकल्प होने पर वेदमन्त्रों की ध्वनि से वातावरण मंगलमय हुआ। मूर्ति के जलाधिवास तक के कार्य बृहस्पतिवार को संपन्न हुए।’

ट्रस्ट ने पोस्ट में लिखा, ‘दिनांक 19 जनवरी शुक्रवार को प्रातः नौ बजे अरणिमन्थन से अग्नि प्रकट होगी। उसके पूर्व गणपति आदि स्थापित देवताओं का पूजन, द्वारपालों द्वारा सभी शाखाओं का वेदपारायण, देवप्रबोधन, औषधाधिवास, केसराधिवास, घृताधिवास, कुण्डपूजन, पञ्चभूसंस्कार होगा।’

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 22 जनवरी को मंदिर में ‘प्राण प्रतिष्ठा’ समारोह में शामिल होंगे, जिसके अगले दिन मंदिर जनता के लिए खोले जाने की उम्मीद है। मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा समारोह के अनुष्ठान पहले ही शुरू हो चुके हैं।

ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने सोमवार को यहां संवाददाताओं से कहा था कि प्राण प्रतिष्ठा समारोह दोपहर 12:20 बजे शुरू होगा और 22 जनवरी को दोपहर 1 बजे तक पूरा होने की उम्मीद है। मंदिर में प्रतिष्ठा समारोह से पहले अनुष्ठान शुरू हो चुके हैं।

उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने शुक्रवार को कहा कि रामलला भव्य मंदिर में पधार चुके हैं और 22 जनवरी को प्रतिष्ठा समारोह के लिए पूरा देश प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का बेसब्री से इंतजार कर रहा है।

पाठक ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ”रामलला मंदिर में पधार चुके हैं। पूरा देश मंदिर समारोह के लिए प्रधानमंत्री का इंतजार कर रहा है। अयोध्या में चिकित्सा सुविधाओं, दवाओं सहित पूरी व्यवस्था की गई है।”

उन्होंने कहा कि इस मौके को लेकर लोगों में बहुत खुशी का माहौल है।

श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने अपनी तैयारियां तेज कर दी हैं।

ब्रजेश पाठक के पास चिकित्सा स्वास्थ्य विभाग की जिम्मेदारी है।

अयोध्या के मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ. संजय जैन ने कहा कि विभाग आयोजन क्षेत्र के भीतर सोलह प्रमुख स्थानों पर प्राथमिक चिकित्सा इकाइयां स्थापित करने के लिए श्री राम मंदिर तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के साथ सहयोग कर रहा है।

उन्होंने कहा कि इन प्राथमिक चिकित्सा इकाइयों में एक चिकित्सक, फार्मासिस्ट और एक वार्ड बॉय होगा। उन्होंने बताया कि इन्हें साकेत पेट्रोल पंप, कनक भवन, हनुमान गढ़ी और अन्य भीड़-भाड़ वाले स्थानों के लिए योजनाबद्ध रूप से तैनात किया गया है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक इकाई दवाओं, एक नेब्युलाइज़र, ऑक्सीजन सुविधाओं और रक्त शर्करा परीक्षण करने की क्षमता सहित आवश्यक चिकित्सा आपूर्ति से सुसज्जित होगी।

उन्होंने बताया कि इसके अतिरिक्त, स्वास्थ्य विभाग क्रमशः 10 और 20 बिस्तरों की क्षमता वाले दो अस्पताल स्थापित कर रहा है, जहां मरीजों को देखने के लिए चिकित्सक उपलब्ध होंगे। उन्होंने बताया कि इसके अलावा 40 एंबुलेंस की भी व्यवस्था की जा रही है, जो अयोध्या के विभिन्न महत्वपूर्ण स्थानों पर तैनात रहेंगी।

स्वास्थ्य विभाग ने जिले के मेडिकल कॉलेज, श्री राम चिकित्सालय अयोध्या, जिला अस्पताल अयोध्या, महिला जिला अस्पताल और कुमारगंज अस्पताल में आपातकालीन स्थितियों के लिए 190 बेड आरक्षित किए हैं।

सीएमओ ने बताया कि रामलला प्राण प्रतिष्ठा आयोजन के दौरान, यदि किसी को चिकित्सीय आपात स्थिति का सामना करना पड़ता है, तो उसे उपचार के लिए शुरुआत में कार्यक्रम क्षेत्र में स्थापित दो अस्पतालों में ले जाया जाएगा। उन्होंने बताया कि अगर हालत में सुधार नहीं हुआ तो उक्त व्यक्ति को श्रीराम अस्पताल रेफर किया जाएगा। उन्होंने बताया कि इसके अलावा जरूरत पड़ने पर मेडिकल कॉलेज और इसके बाद मरीज की हालत में सुधार न होने पर रेफर करने के लिए लखनऊ मेडिकल कॉलेज, ट्रॉमा सेंटर और राम मनोहर लोहिया अस्पताल की भी व्यवस्था की गई है।

भाषा अरूणव जफर अमित

अमित

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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