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Thursday, 26 December, 2024
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बेंगलुरू में बोले राजनाथ सिंह- ‘आत्मनिर्भर’ बनने के लिए जीवंत, विश्वस्तरीय घरेलू रक्षा उद्योग बनाना है

राजनाथ सिंह रविवार को बेंगलुरू में एयरो इंडिया के 14वें संस्करण के कर्टेन रेजर कार्यक्रम को संबोधित करते हुए ये बातें कही.

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बेंगालुरू (कर्नाटक): रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने रविवार को कहा कि सरकार का ‘आत्मनिर्भर’ लक्ष्य को हासिल करने के लिए एक जीवंत और विश्वस्तरीय घरेलू रक्षा उद्योग बनाना है.

सिंह ने कहा, ‘हमारा उद्देश्य एक जीवंत और विश्वस्तरीय घरेलू रक्षा उद्योग बनाना है ताकि हम रक्षा के साथ-साथ राष्ट्र के समग्र विकास के लक्ष्य को प्राप्त कर सकें. यह आयोजन हमें इस पथ पर आगे बढ़ने में भी मदद करेगा.’

राजनाथ सिंह रविवार को बेंगलुरू में एयरो इंडिया के 14वें संस्करण के कर्टेन रेजर कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे.

इस कार्यक्रम का उद्घाटन कल येलहंका में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किया जाना है.

पांच दिवसीय आयोजन की पूर्व संध्या पर बोलते हुए, रक्षामंत्री ने कहा कि सरकार रक्षा क्षेत्र में भारत को आत्मनिर्भर बनाने के लिए प्रतिबद्ध है.

सिंह ने कहा, ‘सरकार भारत को रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने के लिए प्रतिबद्ध है और 2024 तक 25,000 करोड़ रुपये के रक्षा निर्यात का लक्ष्य हासिल करना है.’

एयरो इंडिया 2023 को ध्यान में रखते हुए उन्होंने कहा, ‘हमने इसे एक बड़ी घटना होने की कल्पना की थी, लेकिन इसने और भी भव्य आयोजन का रूप ले लिया है.’

उन्होंने कहा, ‘लगभग 100 मित्र देशों और 800 प्रदर्शकों के प्रतिभागियों के साथ, यह एयरो शो अब तक का सबसे बड़ा है.’

इस अवसर पर मौजूद कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने कहा, ‘इस कार्यक्रम के साथ, हम अपनी भारतीय एयरोस्पेस प्रौद्योगिकियों की क्षमताओं का प्रदर्शन कर सकते हैं, और वाणिज्यिक और रक्षा विमान निर्माण दोनों में वास्तविक निर्माण इकाइयों का प्रदर्शन भी कर सकते हैं.’

उन्होंने कहा कि वह पूरी तरह से बेंगलुरु निर्मित विमान देखना चाहते हैं. बोम्मई ने कहा, ‘एक विमान के निर्माण में इस्तेमाल होने वाले सभी पुर्जों का निर्माण बेंगलुरु करता है. इसलिए मेरा महत्वाकांक्षी सपना है कि वह दिन दूर नहीं जब हम यहां बेंगलुरु में अपना खुद का विमान बनाएंगे.’

अधिकारियों के मुताबिक, एयरो इंडिया 2023 की थीम ‘द रनवे टू ए बिलियन ऑपर्च्युनिटीज’ है.

इस कार्यक्रम में 80 से अधिक देशों की भागीदारी देखी जाएगी. लगभग 30 देशों के मंत्रियों और वैश्विक और भारतीय ओईएम के 65 सीईओ के एयरो इंडिया 2023 में भाग लेने की संभावना है.

यह लगभग 100 विदेशी और 700 भारतीय कंपनियों सहित 800 से अधिक रक्षा कंपनियों की भागीदारी का भी गवाह बनेगा.

प्रदर्शनी में भाग लेने वाली भारतीय कंपनियों में एमएसएमई और स्टार्ट-अप शामिल हैं, जो देश में विशिष्ट प्रौद्योगिकियों की उन्नति, और एयरोस्पेस और रक्षा क्षमताओं में वृद्धि का प्रदर्शन करेंगी.

एयरो इंडिया 2023 में प्रमुख प्रदर्शकों में एयरबस, बोइंग, डसॉल्ट एविएशन, लॉकहीड मार्टिन, इज़राइल एयरोस्पेस इंडस्ट्री, ब्रह्मोस एयरोस्पेस, आर्मी एविएशन, एचसी रोबोटिक्स, SAAB, Safran, Rolls Royce, Larsen and Toubro, Bharat Forge Limited, Hindustan Aeronautics Limited (HAL), भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (बीईएल), भारत डायनेमिक्स लिमिटेड (बीडीएल) और बीईएमएल लिमिटेड शामिल हैं.


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