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नयी दिल्ली, 11 जुलाई (भाषा) रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शुक्रवार को यहां राष्ट्रीय कैडेट कोर के पूर्व छात्रों के संघ (एनसीसीएए) की शासी परिषद की पहली बैठक की अध्यक्षता की। उन्होंने कहा कि पूर्व कैडेट के ‘‘मार्गदर्शन’’ से राष्ट्रीय विकास के लक्ष्य को गति देने में मदद मिल सकती है।
एनसीसीएए का उद्देश्य दुनिया के सबसे बड़े वर्दीधारी युवा संगठन के कार्य को आगे बढ़ाना है। यह पूर्व और वर्तमान कैडेटों को एक साथ लाकर राष्ट्र निर्माण प्रक्रिया में उनकी भागीदारी को बढ़ाना चाहता है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इस संघ के पहले सदस्य हैं, जबकि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह दूसरे पंजीकृत पूर्व छात्र हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘राष्ट्रीय विकास के लक्ष्य को गति देने के लिए हमें अपने पूर्व कैडेट के मार्गदर्शन को शामिल करने की आवश्यकता है।’’
उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि एनसीसीएए, एनसीसी को नयी ऊर्जा और दिशा प्रदान करेगा।
यह बैठक यहां साउथ ब्लॉक में हुई।
अपने संबोधन में मंत्री ने एनसीसी को देश के युवाओं के लिए आदर्श मंच बताया।
उन्होंने पूर्व एनसीसी कैडेट को ‘‘भारत के मजबूत स्तंभ’’ के रूप बताया, जो विभिन्न क्षेत्रों में राष्ट्र के विकास में न केवल निष्क्रिय रूप से, बल्कि सक्रिय रूप से योगदान दे रहे हैं।
सिंह ने एनसीसी से ‘एनसीसी प्लस’ की भावना के साथ अपने कैडेट के मूल्यों और गुणों को लोगों के एक बड़े वर्ग तक फैलाने का आग्रह किया।
उन्होंने कहा, ‘‘एनसीसी इन मूल्यों को एनसीसी से जुड़े युवाओं में विकसित करता है। हमारा प्रयास यह सुनिश्चित करना होना चाहिए कि ये मूल्य उन लोगों तक भी पहुंचें, जो एनसीसी में शामिल नहीं हो सके।’’
रक्षा मंत्री ने इस बात पर प्रकाश डाला कि एनसीसीएए ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’, ‘स्वच्छता अभियान’ और विभिन्न सामुदायिक विकास एवं सामाजिक सेवा योजनाओं जैसे कार्यक्रमों के माध्यम से राष्ट्र निर्माण के प्रयासों में सक्रिय रूप से जुड़ सकता है, जो जनसंख्या के एक बड़े हिस्से को प्रभावित करेगा।
भाषा
देवेंद्र दिलीप
दिलीप
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