जयपुर, 20 नवंबर (भाषा) राजस्थान के भरतपुर में पुलिस ने फर्जी निवेश वेबसाइट के जरिये 3500 करोड़ रुपये से अधिक की ठगी करने वाले एक गिरोह का पर्दाफाश करते हुए पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया। एक अधिकारी ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी जी।
भरतपुर के जिला पुलिस अधीक्षक दिगत आनंद ने बताया कि इस गिरोह ने देश भर के तीन लाख से अधिक भोले-भाले निवेशकों से 3500 करोड़ रुपए से अधिक की ठगी की थी।
उन्होंने बताया कि इस फर्जीवाड़े का खुलासा तब हुआ, जब 12 नवंबर 2025 को मथुरा गेट थाने में एक मुकदमा दर्ज किया गया।
अधिकारी के मुताबिक, शिकायत में बताया गया कि एक फर्जी निवेश वेबसाइट ‘जीक्यूसीडब्यूडॉटसीएन’ और मोबाइल एप्लिकेशन क्रिप्टोकरेंसी एवं विदेशी बाजारों (फॉरेक्स) में अधिक लाभ, बोनस और अतिरिक्त प्रलोभन का झांसा देकर लोगों से निवेश करवा रही थी।
उन्होंने बताया कि मामले की जांच में पाया गया कि यह कंपनी भारत में बाजार नियामक सेबी, आरबीआई या कंपनी मंत्रालय या किसी भी सक्षम प्राधिकरण से पंजीकृत नहीं थी।
अधिकारी ने बताया कि वेबसाइट पर 2016 से रूस में सक्रिय होने की बात लिखी हुई थी लेकिन जांच में पता चला कि ये वास्तव में नवंबर 2022 में जयपुर से शुरू की गयी थी।
उन्होंने बताया कि इस गिरोह के मुख्य सूत्रधार संदीप सिगर और रजत शर्मा नाम के व्यक्ति पाए गए।
पुलिस के मुताबिक, यह समूह ‘पीवीपीडॉटकॉम’ नाम की एक और फर्जी निवेश वेबसाइट भी चला रहा था, जिसके माध्यम से लगभग 9000 लोगों से 500 करोड़ रुपये से अधिक की ठगी की गई थी।
भरतपुर पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से लगभग 40 लाख रुपये नकद, सोने के जेवरात, पांच महंगी गाड़ियां और लगभग 40 लाख रुपये मूल्य की क्रिप्टोकरेंसी जब्त की है।
भाषा पृथ्वी जितेंद्र
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