जयपुर, 10 मार्च (भाषा) राजस्थान के आबकारी मंत्री परसादी लाल मीणा ने बृहस्पतिवार को सदन को बताया कि राज्य सरकार ने गत वर्षों की तुलना में कम शराब बेचकर ज्यादा राजस्व प्राप्त किया है।
मीणा बृहस्पतिवार को विधानसभा में मांग संख्या 13 (आबकारी) की अनुदान मांगों पर हुई बहस का जवाब दे रहे थे। चर्चा के बाद सदन ने आबकारी विभाग की 1 अरब, 80 करोड़ 82 लाख 55 हजार रूपये की अनुदान मांगें ध्वनिमत से पारित कर दीं।
मीणा ने कहा कि राज्य सरकार ने व्यवस्थित शराब बिक्री के लिए नयी नीति बनाई है। उन्होंने कहा कि नयी नीति के बाद शराब दुकान के लिए वही व्यक्ति आवेदन करता है जिसे वास्तव में दुकान चलानी हो।
उन्होंने कहा कि नियमानुसार समय की पाबंदी के साथ सुबह 10 बजे से शाम 8 बजे तक ही शराब की दुकान खुले, इसकी कड़ाई से पालना करवाई जा रही है।
मीणा ने कहा कि कोविड काल में तीन महीने तक शराब की दुकानें बंद रहीं इसलिए दुकानदारों को कोविड के विपरीत प्रभाव से बचाने के लिए विभिन्न शुल्क एवं करों में छूट दी गई है।
उन्होंने कहा कि शराब बनाने के लिए खरीदे जाने वाले गन्ने की कीमतों में 16 फीसदी से अधिक की बढ़ोतरी कर किसानों को राहत प्रदान की गई है।
आयुर्वेद राज्य मंत्री सुभाष गर्ग ने विधानसभा में कहा कि राज्य में आयुष नीति के माध्यम से 20 साल का खाका बनाकर आयुर्वेद एवं अन्य चिकित्सा पद्धतियों का विकास किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की ओर से आयुर्वेद के लिए पिछले तीन साल में बजट दोगुना किया गया है।
गर्ग ने कहा कि प्रदेश में आयुष के विकास के लिए कई संस्थाएं खोली गई हैं और एक हजार वेलनेस सेंटर खोले गए हैं।
भाषा कुंज
शफीक
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