भुवनेश्वर, दो अगस्त (भाषा) दिल्ली स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में पुरी जिले की 15 वर्षीय लड़की की मौत के कुछ घंटों बाद, ओडिशा पुलिस ने शनिवार को दावा किया कि घटना में कोई अन्य व्यक्ति शामिल नहीं था। हालांकि, पीड़िता की मां ने अपनी प्राथमिकी में आरोप लगाया था कि तीन अज्ञात बदमाशों ने उनकी बेटी को आग के हवाले कर दिया था।
हालांकि, पुलिस ने यह स्पष्ट नहीं किया कि लड़की को आग कैसे लगी।
ओडिशा पुलिस ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा,‘‘ …पुलिस ने पूरी ईमानदारी से जांच की है। जांच अपने अंतिम चरण में पहुंच गई है। अब तक की गई जांच के अनुसार, यह स्पष्ट है कि इसमें कोई अन्य व्यक्ति शामिल नहीं है।’’
पुलिस ने सभी से अनुरोध किया कि इस दुखद क्षण में इस मामले पर कोई भी संवेदनशील टिप्पणी न करें।
लड़की की मां ने 19 जुलाई को बलंगा थाने में दर्ज कराई गई अपनी प्राथमिकी में आरोप लगाया कि उनकी बेटी का तीन लोगों ने अपहरण किया था और उस पर ज्वलनशील पदार्थ डालकर उसे आग लगा दी थी।
मामला दर्ज होने के बाद वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने घटनास्थल का दौरा किया है। साक्ष्य जुटाने के लिए वैज्ञानिक टीम और श्वान दस्ते की मदद ली गई है। पुलिस के अनुसार, मामले की जांच के लिए विशेष जांच दल का गठन किया गया है।
इस बीच, पुलिस ने यहां मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्रियों और अन्य मंत्रियों के आवासों के आसपास सुरक्षा कड़ी कर दी है।
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नोमान संतोष
संतोष
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