नई दिल्लीः कई किसान यूनियन द्वारा भारत बंद का आवाह्न किए जाने के बाद दिल्ली से सटे बॉर्डर एरिया के साथ पंजाब हरियाणा बॉर्डर रोड जाम की खबरें आ रही हैं. सुरक्षा के मद्देनज़र दिल्ली पुलिस ने भी सीमाएं पर सुरक्षा कड़ी कर दी है.
प्रदर्शन में शामिल 40 से अधिक किसान यूनियन का नेतृत्व कर रहे ‘संयुक्त किसान मोर्चा’ (एसकेएम) ने लोगों से भी बंद में शामिल होने की अपील की थी.
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि राष्ट्रीय राजधानी में बंद के मद्देनजर कानून एवं व्यवस्था बनाए रखने और किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम किए गए हैं.
पुलिस के अनुसार, गश्त बढ़ा दी गई है, विशेष रूप से सीमा से लगे इलाकों में चौकियों पर अतिरिक्त बल तैनात किए गए हैं और राष्ट्रीय राजधानी आ रहे वाहनों की तलाशी ली जा रही है.
पुलिस उपायुक्त (नई दिल्ली) दीपक यादव ने कहा, ‘भारत बंद के मद्देनजर, एहतियाती तौर पर सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम किए गए हैं. सीमा से लगे इलाकों में चौकियों पर सुरक्षा कड़ी की गई है और इंडिया गेट, विजय चौक जैसे प्रमुख स्थानों पर पर्याप्त तैनाती की गई है.’
अधिकारी ने कहा कि शहर की सीमाओं पर तीन प्रदर्शन स्थलों से किसी भी प्रदर्शनकारी को दिल्ली में दाखिल होने नहीं दिया जाएगा.
एक अन्य अधिकारी ने कहा, ‘एहतियाती तौर पर सुरक्षा कड़ी की गई है और हम पूरी तरह सतर्क हैं. दिल्ली में भारत बंद का कोई आह्वान नहीं है, लेकिन हम घटनाक्रम पर नजर बनाए हैं और पर्याप्त कर्मी तैनात किए गए हैं.’
उन्होंने बताया कि सीमा से लगे गांवों से दिल्ली आ रहे सभी रास्तों पर भी पुलिस कर्मी तैनात किए गए हैं और चौकियों पर वाहनों की तलाशी ली जा रही है.
किसानों का कहना है कि भारत बंद के दौरान हमने शंभु बॉर्डर को शाम के 4 बजे तक के लिए ब्लॉक कर दिया है.
बता दें कि तीन कृषि कानूनों के विरोध के चलते किसानों ने भारत बंद का आवाह्न किया था जिसकी वजह से दिल्ली हरियाणा बॉर्डर पर भी किसान विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं.
बता दें कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने केन्द्र के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे किसानों के ‘भारत बंद’ का सोमवार को समर्थन किया और कहा कि किसानों का अहिंसक सत्याग्रह अखंड है.
गांधी ने ट्वीट किया, ‘किसानों का अहिंसक सत्याग्रह आज भी अखंड है,लेकिन शोषण करने वाली सरकार को ये नहीं पसंद है, इसलिए आज भारत बंद है.’ गौरतलब है कि कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे संयुक्त किसान मोर्चा ने पांच सितंबर को मुजफ्फरनगर की किसान महापंचायत में 27 सितंबर को ‘भारत बंद’ का एलान किया था.
भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा है कि तीन कृषि कानूनों के वापस लिए जाने तक वह अपना आंदोलन समाप्त नहीं करेंगे.
कांग्रेस समेत विभिन्न विपक्षी दलों ने किसानों के भारत बंद का समर्थन किया है.
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