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Thursday, 18 December, 2025
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पंजाब के मुख्यमंत्री ने नदियों, नालों को साफ करने के लिए अभियान की घोषणा की

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सुल्तानपुर लोधी (कपूरथला), 17 जुलाई (भाषा) पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने रविवार को राज्य में नदियों और नालों की सफाई के लिए राज्यव्यापी अभियान शुरू करने की घोषणा की।

मान ने लोगों से समर्थन और अभियान को जन आंदोलन बनाने का आह्वान करते हुए कहा कि इस नेक काम के लिए धन की कोई कमी नहीं होगी।

एक आधिकारिक बयान के अनुसार, ‘‘पवित्र काली बेईं नदी की सफाई की 22वीं वर्षगांठ के अवसर पर आयोजित एक समारोह के दौरान यहां एक सभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब महान गुरुओं और संतों की पवित्र भूमि है, जिन्होंने हमें पर्यावरण को संरक्षित करने का मार्ग दिखाया है।’’

प्रसिद्ध पर्यावरणविद् बलबीर सिंह सीचेवाल और आम आदमी पार्टी सांसद कपूरथला के सुल्तानपुर लोधी में 160 किलोमीटर लंबी पवित्र नदी काली बेईं को साफ करने के अपने प्रयासों के लिए जाने जाते हैं। इस मौके पर मान ने काली बेईं से निकाला हुआ एक गिलास पानी पिया।

मान ने यह भी कहा कि राज्य सरकार राज्य में हरित क्षेत्र को बढ़ाने के लिए ठोस प्रयास कर रही है, जिसके लिए ‘शहीद भगत सिंह हरिवाल लहर’ शुरू की गयी है।

मुख्यमंत्री मान ने लोगों से आगे आने और पंजाब को स्वच्छ, हरा-भरा और प्रदूषण मुक्त बनाने के अभियान का समर्थन करने का आग्रह किया।

‘गुरबानी’ का हवाला देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘पवन गुरु, पानी पिता, माता धरात महत’’। उन्होंने कहा कि यह बताता है कि कैसे हमारे गुरुओं ने ‘हवा’ (पवन) को शिक्षक, ‘पानी’ को पिता और ‘भूमि’ (धरत) को मां के बराबर का दर्जा दिया है।

मान ने कहा, ‘‘अब समय आ गया है जब हमें राज्य की महिमा को बहाल करने के लिए गुरबानी की शिक्षाओं को अक्षरश: आत्मसात करना चाहिए।’’

उन्होंने कहा कि कोविड-19 महामारी ने हमें पेड़ों का महत्व सिखाया, क्योंकि लोगों ने ऑक्सीजन सिलेंडर के रूप में एक कृत्रिम श्वसन प्रणाली प्राप्त करने के लिए बड़ी राशि खर्च की।

पिछली राज्य सरकारों की आलोचना करते हुए, मान ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि जिन लोगों को राज्य की सेवा करने की जिम्मेदारी सौंपी गई थी, उन्होंने अपने निहित स्वार्थों के लिए पारिस्थितिकी तंत्र को बर्बाद कर दिया था।

उन्होंने कहा कि इन नेताओं ने अंग्रेजों से कहीं ज्यादा राज्य की संपत्ति लूटी।

मान ने कहा कि इन नेताओं द्वारा जनता के पैसे की ‘‘खुली लूट’’ ने राज्य के विकास को पटरी से उतार दिया है और लोगों को गरीबी के एक दुष्चक्र में डाल दिया है।

उन्होंने दावा किया कि करदाताओं का पैसा अब लोगों की भलाई और राज्य के विकास पर खर्च किया जा रहा है।

भाषा फाल्गुनी नरेश

नरेश

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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