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Thursday, 21 August, 2025
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पंजाब: जागरूकता शिविरों को रोकने के मुद्दे पर भाजपा प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल से मुलाकात की

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चंडीगढ़, 21 अगस्त (भाषा) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की पंजाब इकाई के एक प्रतिनिधिमंडल ने बृहस्पतिवार को राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया से मुलाकात की और आम आदमी पार्टी (आप) की सरकार द्वारा उनके जागरूकता शिविरों को ‘‘जबरन रोकने’’ के मामले में हस्तक्षेप की मांग की।

पार्टी ने दावा किया कि शिविरों का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि केंद्रीय योजनाओं का लाभ राज्य के लोगों तक पहुंचे।

भाजपा ने यह भी आरोप लगाया कि पूर्व केंद्रीय मंत्री परनीत कौर, पूर्व विधायक के डी भंडारी, पूर्व सांसद सुशील रिंकू, पूर्व विधायक हरजोत कमल सहित कई पार्टी नेताओं को बृहस्पतिवार को राज्य के विभिन्न शिविरों से पुलिस ने हिरासत में लिया।

पार्टी ने आरोप लगाया कि ‘आप’ सरकार ने पार्टी के जनसंपर्क कार्यक्रम ‘भाजपा दे सेवादार, आ गए तुहाड़े द्वार’ के तहत आयोजित जागरूकता शिविरों को 39 स्थानों पर ‘जबरन रोक दिया’ है। इस अभियान का मकसद यह सुनिश्चित करना है कि गरीबों, अनुसूचित जाति समुदाय, किसानों, युवाओं और महिलाओं को केंद्र की नरेन्द्र मोदी सरकार की जन कल्याणकारी योजनाओं का लाभ मिले।

प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल कटारिया से इस मामले में हस्तक्षेप की मांग की है।

पंजाब पुलिस ने बुधवार को कहा कि उसने इस बात की जांच के लिए कई टीम गठित की हैं कि कुछ अनधिकृत व्यक्ति कथित तौर पर सरकारी योजनाओं के लिए लोगों की व्यक्तिगत जानकारी जुटा रहे हैं।

वहीं पंजाब सरकार के एक बयान में भी कहा गया था कि सरकार को विश्वसनीय रिपोर्ट मिली है कि कुछ निजी ऑपरेटर कथित तौर पर राजनीतिक दलों की ओर से लोगों का व्यक्तिगत डेटा अवैध रूप से एकत्र कर रहे हैं।

राज्यपाल से मुलाकात के बाद मीडिया को संबोधित करते हुए पंजाब भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष अश्विनी शर्मा ने आरोप लगाया कि ‘आप’ सरकार ने पंजाब पुलिस का दुरुपयोग करके जागरूकता शिविरों को रोक दिया।

उन्होंने भाजपा के जागरूकता शिविरों को रोकने को असंवैधानिक बताया।

शर्मा ने आरोप लगाया, ‘‘हमारे शिविर रोक दिए गए हैं।’’ उन्होंने कहा कि ये शिविर 39 जगहों पर आयोजित किए गए थे। उन्होंने कहा, ‘‘हमने राज्यपाल को मामले से अवगत करा दिया है…. मैं पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान से कहना चाहता हूं कि वह राजनीतिक लड़ाई लड़ें। वह भाजपा से क्यों डर रहे हैं?’’

उन्होंने मान से पूछा, ‘‘क्या वह नहीं चाहते कि गरीबों को केंद्रीय योजनाओं का लाभ मिले?’’

कुछ आरोपों का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि इन शिविरों में डेटा चोरी का कोई सवाल ही नहीं उठता।

उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी शुक्रवार को प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में आप सरकार का पुतला जलाएगी।

राज्यपाल को सौंपे ज्ञापन में भाजपा प्रतिनिधिमंडल ने आरोप लगाया कि पार्टी कार्यकर्ताओं, स्वयंसेवकों और पंजाब के कई गांवों के निर्दोष निवासियों को ‘‘जानबूझकर परेशान’’ किया जा रहा है, जहां केंद्र सरकार की कल्याणकारी योजनाओं के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी फैलाने के लिए जागरूकता शिविर शुरू किए गए हैं।

भाजपा प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल से अपील की कि वह पंजाब सरकार को निर्देश दें कि वह भाजपा कार्यकर्ताओं, स्वयंसेवकों और स्थानीय निवासियों को ‘‘परेशान’’ करना बंद करे, जो इन जागरूकता कार्यक्रमों में स्वेच्छा से भाग ले रहे हैं।

इस बीच, पटियाला में पूर्व केंद्रीय मंत्री परनीत कौर ने कहा कि आप सरकार ने राजनीतिक असुरक्षा के कारण पुलिस को मसिंगन में शिविर को जबरन हटाने का आदेश दिया।

उन्होंने कहा, “पूरे पंजाब में भाजपा के शिविरों को बाधित किया गया और यहां तक कि वरिष्ठ नेताओं को भी सिर्फ इसलिए पुलिस हिरासत में ले लिया गया क्योंकि वे लोगों तक कल्याणकारी योजनाएं पहुंचाने के लिए काम कर रहे थे।”

भाषा नोमान अविनाश

अविनाश

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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