नयी दिल्ली, 14 अगस्त (भाषा) निर्वाचन आयोग ने मतदाताओं के आंकड़ों में कथित हेराफेरी को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी के लगातार हमलों के बीच बृहस्पतिवार को कहा कि ‘वोट चोरी’ जैसे गंदे शब्दों का इस्तेमाल करके झूठे विमर्श गढ़ने के बजाय सबूत दिए जाने चाहिए।
आयोग ने एक बयान में कहा कि ‘एक व्यक्ति एक वोट’ का कानून 1951-1952 में हुए पहले चुनावों से ही अस्तित्व में है।
बयान में कहा गया है, ‘यदि किसी के पास इस बात के सबूत हैं कि किसी व्यक्ति ने किसी चुनाव में दो बार मतदान किया है, तो उसे भारत के सभी मतदाताओं को बिना किसी सबूत के ‘चोर’ बताने के बजाय लिखित हलफनामे के साथ वे सबूत आयोग के साथ साझा करने चाहिए। ’’
बयान में आगे कहा गया है कि भारतीय मतदाताओं के लिए ‘वोट चोरी’ जैसे ‘गंदे वाक्यांशों’ का उपयोग करके झूठा विमर्श गढ़ने की कोशिश करना न केवल करोड़ों भारतीय मतदाताओं बल्कि लाखों चुनाव कर्मचारियों की ईमानदारी पर भी सीधा हमला है।
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष गांधी ने पिछले सप्ताह आंकड़ों का हवाला देते हुए आरोप लगाया था कि 2024 के चुनावों में बेंगलुरु मध्य लोकसभा के महादेवपुरा विधानसभा क्षेत्र में एक लाख से अधिक वोट ‘चोरी’ हुए, जिसके परिणामस्वरूप कांग्रेस उम्मीदवार की हार हुई।
आयोग ने गांधी को उनके दावों के संबंध में लिखित शपथ पत्र पेश करने के लिए कहा था।
भाषा जोहेब मनीषा
मनीषा
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