इम्फाल (मणिपुर) : विशेष निदेशक अजय भटनागर के नेतृत्व में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) की एक टीम कथित तौर पर दो छात्रों के अपहरण और हत्या की जांच के लिए फ्लाइट से आज इम्फाल पहुंच गई हैं, सूत्रों ने इसकी जानकारी दी है. कथित तौर पर 6 जुलाई को दो लड़के लापता हो गए थे.
इम्फाल एयरपोर्ट पर पहुंचने पर, घटना को लेकर पूछे गए सवालों को अधिकारियों ने टाल दिया. घटना के बाद, मणिपुर में लड़कों के शवों के वीडियो वायरल होने के बाद राज्य में फिर से प्रदर्शन शुरू हो गया है.
सरकार ने एहतियात के तौर पर पांच दिनों के लिए इंटरनेट सेवाओं का निलंबन फिर से लागू कर दिया और घोषणा की कि राज्य के सभी स्कूल शुक्रवार तक बंद रहेंगे.
यह भी पढ़ें : इंफाल में प्रदर्शन के दौरान सुरक्षा बलों ने आंसू गैस के गोले छोड़े, कई छात्र घायल
मणिपुर गृह विभाग की तरफ से जारी हुए आदेश में कहा गया है, जान-माल के नुकसान, सार्वजनिक/निजी संपत्ति को नुकसान और सार्वजनिक शांति व्यवस्था में व्यापक गड़बड़ी के खतरे को रोकने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं.
एक आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा गया है, “मणिपुर राज्य में मौजूदा कानून और व्यवस्था की स्थिति को देखते हुए, राज्य सरकार व्हाट्सएप, फेसबुक, इंस्टाग्राम, ट्विटर आदि विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफार्मों के माध्यम से दुष्प्रचार, झूठी अफवाहों और अन्य प्रकार की हिंसक गतिविधियों के कथित प्रसार को अत्यंत संवेदनशीलता व गंभीरता से लेती है, इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों जैसे टैबलेट, कंप्यूटर, मोबाइल फोन आदि पर और बड़ी संख्या में एसएमएस भेजने से आंदोलनकारियों और प्रदर्शनकारियों की भीड़ के बढ़ने/या संगठित होने की संभावना है, जिससे जीवन की हानि हो सकती है /या सार्वजनिक/निजी संपत्ति को नुकसान हो सकता है या फिर स्थिति गंभीर हो सकती है.”
इससे पहले मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने मंगलवार को पुष्टि की कि सीबीआई के विशेष निदेशक बुधवार को मणिपुर का दौरा कर रहे हैं.
एक्स पर एक पोस्ट में बीरेन सिंह ने कहा, “लापता छात्रों की संबंध में कल सामने आई दुखद खबर के आलोक में, मैं राज्य के लोगों को आश्वस्त करना चाहता हूं कि राज्य और केंद्र सरकार दोनों मिलकर अपराधियों को पकड़ने के लिए मिलकर काम कर रही है.”
मुख्यमंत्री ने कहा, “इस महत्वपूर्ण जांच में और तेजी लाने के लिए, केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) के निदेशक, एक विशेष टीम के साथ, कल सुबह एक विशेष उड़ान से इंफाल पहुंचेंगे. उनकी मौजूदगी, मामले को तेजी से हल करने की हमारे अधिकारियों की प्रतिबद्धता को रेखांकित करती है. मैं अपराधियों का पता लगाने और उन्हें न्याय के कटघरे में लाने के लिए माननीय केंद्रीय गृह मंत्री श्री @AmitShah जी के साथ लगातार संपर्क में हूं.”
उच्च न्यायालय के एक आदेश के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के बाद मणिपुर में 3 मई से हिंसा जारी है, जिसमें राज्य सरकार से मैतेई समुदाय को अनुसूचित जनजाति (एसटी) की श्रेणी में शामिल करने पर विचार करने को कहा गया था.
यह भी पढ़ें : ‘भाजपा के सबसे बड़े विघटन का दौर’, MP में सांसदों, केंद्रीय मंत्रियों को टिकट पर कमल नाथ ने कसा तंज