नई दिल्ली: केंद्र द्वारा अग्निपथ भर्ती योजना शुरू करने के बाद, सशस्त्र बलों के उम्मीदवारों ने छपरा, जहानाबाद, मुंगेर और नवादा सहित बिहार के कई हिस्सों में विरोध प्रदर्शन किया और योजना को वापस लेने की मांग की.
उम्मीदवारों ने कहा कि वे भारतीय सेना के लिए नई भर्ती योजना के तहत शुरू किए गए बदलावों से नाखुश हैं – विशेष रूप से सेवा का समय सीमा, जल्दी छुटने वालों के लिए कोई पेंशन प्रावधान न होना और 17.5 से 21 आयु प्रतिबंध जो अब उनमें से कई को अयोग्य बनाता है.
मुंगेर में एक प्रदर्शनकारी ने एएनआई को बताया, ‘हम मांग करते हैं कि भर्ती पहले की तरह की जाए. टूर ऑफ ड्यूटी (टीओडी) को वापस ले लिया जाए और परीक्षा पहले की तरह आयोजित की जाए. कोई भी सेना में सिर्फ चार साल के लिए नहीं जाएगा.’
बिहार के जहानाबाद में एक अन्य प्रदर्शनकारी ने कहा, ‘सिर्फ चार साल काम करने के बाद हम कहां जाएंगे… चार साल की सेवा के बाद हम बेघर हो जाएंगे. इसलिए हमने सड़कों को जाम कर दिया है, देश के नेताओं को अब पता चल जाएगा कि लोग जागरूक हैं.’
हम सशस्त्र बलों में शामिल होने के लिए कड़ी मेहनत करते हैं. चार साल की सेवा कैसे होगी, महीनों के प्रशिक्षण और छुट्टी के साथ? हम सिर्फ तीन साल के लिए प्रशिक्षित होने के बाद देश की रक्षा कैसे करेंगे? सरकार को इस योजना को वापस लेना होगा.
Protests erupt in Bihar against Agnipath scheme, Army aspirants demand its withdrawal
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— ANI Digital (@ani_digital) June 16, 2022
हाल ही में घोषित अग्निपथ भर्ती योजना को लेकर प्रदर्शनकारियों ने जहानाबाद में रेल और सड़क यातायात को भी बाधित कर दिया. छपरा में कार्यक्रम के विरोध में युवकों ने टायर जलाकर बस में तोड़फोड़ की.
केंद्रीय मंत्रिमंडल ने मंगलवार को अग्निपथ भर्ती योजना को मंजूरी दे दी, जो भारतीय युवाओं को चार साल की अवधि के लिए सशस्त्र बलों के नियमित कैडर में सेवा करने का अवसर प्रदान करती है.
इस योजना को सशस्त्र बलों के एक युवा प्रोफाइल को सक्षम करने और ‘जोश’ और ‘जज्बा’ का एक नया पट्टा प्रदान करने के लिए डिज़ाइन किया गया है, साथ ही एक अधिक तकनीक-प्रेमी सशस्त्र बलों की ओर एक परिवर्तनकारी बदलाव ला रहा है – जो वास्तव में है समय की आवश्यकता.
चयन सशस्त्र बलों का अनन्य क्षेत्राधिकार होगा. इस साल कुल 46,000 अग्निशामकों की भर्ती की जाएगी.
राष्ट्र की सेवा की इस अवधि के दौरान, अग्निवीरों को विभिन्न सैन्य कौशल और अनुभव, अनुशासन, शारीरिक फिटनेस, नेतृत्व गुण, साहस और देशभक्ति प्रदान की जाएगी.
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