नयी दिल्ली, 28 अप्रैल (भाषा) नेपाल के पूर्व प्रधानमंत्री बाबूराम भट्टराई ने सोमवार को भारत और नेपाल के ऐतिहासिक संबंधों पर जोर देते हुए कहा कि दोनों देशों के प्रधानमंत्रियों को मिलकर लंबित मुद्दों का समाधान करना चाहिए।
दिल्ली में पत्रकारों से बातचीत में भट्टराई ने बताया कि उन्होंने अपने भारत दौरे के दौरान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात की।
उन्होंने नेपाल में लोकतंत्र की स्थापना के लिए हुए ‘राजनीतिक क्रांति’ और उसके बाद जारी अस्थिरता पर भी चर्चा की।
भट्टराई ने कालापानी विवाद सहित पुराने सीमा विवादों का हवाला देते हुए कहा कि संवाद से ही समस्याओं का हल संभव है। उन्होंने 1816 की सुगौली संधि और 1950 की शांति और मैत्री संधि का भी उल्लेख किया।
भट्टराई ने कहा, ‘भारत एक उभरती क्षेत्रीय शक्ति है और नेपाल को आर्थिक प्रगति के लिए भारत के साथ मजबूत संबंधों की आवश्यकता है।’
भाषा राखी सुरेश
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