नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि देश में सेमीकंडक्टर विनिर्माण संयंत्र स्थापित करने के लिए प्रौद्योगिकी कंपनियों को 50 प्रतिशत वित्तीय सहायता दी जाएगी.
शुक्रवार को प्रधानमंत्री ने यह घोषणा करते हुए कहा कि, “उनकी सरकार ने सेमीकंडक्टर उद्योगों को हर तरह की सुविधाएं दी हैं.”
मोदी ने गांधीनगर में ‘सेमीकॉन इंडिया 2023’ सम्मेलन का उद्घाटन करने के बाद अपने भाषण में कहा कि देश में सेमीकंडक्टर उद्योग की वृद्धि के लिए एक पूरा पारिस्थितिकी तंत्र तैयार किया जा रहा है.
#WATCH गुजरात: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गांधीनगर के महात्मा मंदिर में सेमीकॉनइंडिया 2023 प्रदर्शनी का निरीक्षण किया। pic.twitter.com/ToQ9NzgKTP
— ANI_HindiNews (@AHindinews) July 28, 2023
उन्होंने कहा, ”हम सेमीकॉन इंडिया कार्यक्रम के तहत प्रोत्साहन की पेशकश कर रहे थे. अब इसे बढ़ा दिया गया है और अब प्रौद्योगिकी फर्मों को भारत में सेमीकंडक्टर विनिर्माण संयंत्र स्थापित करने के लिए 50 प्रतिशत वित्तीय सहायता मिलेगी.”
मोदी ने कहा कि भारत में सेमीकंडक्टर उद्योग तेजी से वृद्धि करेगा.
उन्होंने कहा, ”एक साल पहले, लोग पूछते थे कि उन्हें भारत के सेमीकंडक्टर क्षेत्र में निवेश क्यों करना चाहिए, और अब वे ही पूछते हैं कि भारत में निवेश क्यों नहीं करना चाहिए.”
उन्होंने कहा कि दुनिया को एक भरोसेमंद चिप आपूर्ति श्रृंखला की जरूरत है.
मोदी ने कहा कि, “सेमीकंडक्टर डिजाइन पर पाठ्यक्रम शुरू करने के लिए भारत में 300 विद्यालयों की पहचान की गई है.”
दुनिया का भरोसा लगातार भारत पर बढ़ रहा
उन्होंने कहा कि, “दुनिया में हुई प्रत्येक औद्योगिक क्रांति अलग-अलग समय में लोगों की आकांक्षाओं से प्रेरित थी और उनका मानना है कि अब जो चौथी औद्योगिक क्रांति देखी जा रही है, वह भारत की आकांक्षाओं से प्रेरित है.”
आगे बोले, आज भारत पर दुनिया का भरोसा लगातार बढ़ रहा है. निवेशकों को भारत पर भरोसा इसलिए है क्योंकि आज यहां स्टेबल सरकार है. भारत पर उद्योग जगत को भरोसा इसलिए है क्योंकि आज हर क्षेत्र में इंफ्रास्ट्रक्चर का तेज विकास हो रहा है.”
पीएम आगे बोले, हम भारत के डिजिटल क्षेत्र और इलेक्ट्रॉनिक विनिर्माण में तेजी से वृद्धि देख रहे हैं. कुछ साल पहले भारत इस क्षेत्र में एक उभरता हुआ खिलाड़ी था और आज वैश्विक इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण में हमारी हिस्सेदारी कई गुना बढ़ गई है. 2014 में भारत का इलेक्ट्रॉनिक्स उत्पादन 30 बिलियन डॉलर से भी कम था. आज यह 100 अरब डॉलर को पार कर गया है. सिर्फ 2 साल में भारत का इलेक्ट्रॉनिक्स निर्यात दोगुना हो गया है. भारत में निर्मित मोबाइल फोन का निर्यात दोगुना हो गया है. जो देश कभी मोबाइल फोन का आयातक था, वह आज दुनिया के बेहतरीन मोबाइल फोन बनाकर उनका निर्यात कर रहा है.
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