नई दिल्ली: ऑटो एक्सपो में भाग ले रही चीनी कंपनियों ने पुष्टि की है कि प्रदर्शनी के दौरान लगने वाले उनके स्टॉल कंपनी के भारतीय कर्मचारी ही संभालेंगे. घरेलू वाहन विनिर्माता कंपनियों के संगठन सियाम ने मंगलवार को यह जानकारी दी.
हर दो साल की अवधि में होने वाला यह ऑटो एक्सपो बुधवार को मीडिया के लिए खुलेगा. बाद में बृहस्पतिवार से आधिकारिक तौर पर खुलेगा आम जनता के लिए यह सात से 12 फरवरी तक खुला रहेगा.
सोसायटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल (सियाम) के अध्यक्ष राजन वढेरा ने कहा, ‘इनमें से कोई भी स्टाल ऐसे लोग नहीं संभालेंगे जो हाल ही में चीन से भारत आए हैं.’
उन्होंने कहा, ‘इसके अलावा चीन से आने वाले सभी लोगों के आने पर रोक लगा दी गयी है. अब चीन से कोई भी दर्शक या प्रतिनिधि मंडल ‘मोटर शो-2020’ में भाग नहीं लेगा.’
भारत ने सोमवार से चीनी यात्रियों को उपलब्ध ई-वीजा प्रणाली को अस्थायी तौर पर बंद कर दिया है. साथ ही पड़ोसी देशों में रहने वाले विदेशियों के लिए भी यह अस्थायी प्रतिबंध है. इसके अलावा 15 जनवरी के बाद चीन की यात्रा करने वाले किसी भी विदेशी नागरिक के भारत आने की स्थिति को ध्यान में रखकर एक नया परामर्श जारी किया है.
वढेरा ने कहा, ‘मोटर शो 2020 में भाग लेने वाली सभी कंपनियों ने स्पष्ट किया है कि उनके स्टॉल भारतीय कर्मचारियों या प्रतिनिधियों द्वारा ही संभाले जाएंगे.’
उन्होंने कहा कि ऑटो एक्सपो को कोरोना वायरस से सीधे कोई खतरा नहीं है. लेकिन आयोजक लोगों को इससे जुड़ी जानकारी के बारे में जागरुक करने और एहतियात के सारे कदम उठा रहे हैं.
उल्लेखनीय है कि चीन से फैलना शुरू हुए कोरोना वायरस से दुनियाभर में 400 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है.
कोरोना वायरस: केरल में बड़े पैमाने पर रद्द हो रही होटल बुकिंग
कोरोना वायरस को केरल की ‘राज्य आपदा’ घोषित करने के एक दिन बाद राज्य के पर्यटन मंत्री कडकमपल्ली सुरेंद्रन ने मंगलवार को कहा कि इस बीमारी का प्रभाव अब हमारे पर्यटन क्षेत्र पर भी पड़ने लगा है. होटल बुकिंग बड़े पैमाने पर रद्द हो रही है.
विधानसभा में एक सवाल के जवाब में मंत्री ने कहा कि नीपा बुखार और भयानक बाढ़ के बाद अब कोरोना वायरस ने भी हमारे पर्यटन क्षेत्र को बुरी तरह प्रभावित किया है. फरवरी-मार्च अवधि में राज्यभर में बड़े पैमाने पर होटलों की बुकिंग रद्द हुई है.
पिछले कुछ दिनों में राज्य की एक मेडिकल छात्रा समेत तीन छात्रों में कोरोना वायरस के लक्षण पाए गए हैं. यह तीनों चीन के वुहान विश्वविद्यालय में पढ़ाई कर रहे थे. इनका संबंध त्रिचुर, अलेप्पी और कसरगौड़ जिलों से है.
इसी के बाद राज्य सरकार ने सोमवार रात को कोरोना वायरस को लेकर सतर्कता बढ़ी दी. इस बीमारी को राज्य आपदा घोषित कर दिया.
कोरोना वायरस के कारण चीन के कुछ और शहरों में लोगों की आवाजाही पर प्रतिबंध
चीन में घातक कोरोना वायरस के कारण मंगलवार को कुछ और शहरों में आवाजाही पर प्रतिबंध लगा दिया गया. इसमें शंघाई से 175 किलोमीटर की दूरी पर स्थित एक शहर भी शामिल है.
इस नए प्रतिबंध से 1.2 करोड़ लोग प्रभावित हुए हैं जबकि संक्रमण से सबसे ज्यादा प्रभावित वुहान के आसपास लाखों लोग घरों तक सिमटे हुए हैं.
कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप के मद्देनजर पूर्वी प्रांत झेजियांग के दो शहरों में लोगों की आवाजाही प्रतिबंधित कर दी गई है.
शहर के अधिकारियों ने बताया कि ताइझू शहर और हांगझोऊ के तीन जिलों में हर घर से केवल एक व्यक्ति ही दो दिन में एक बार जरूरी सामान की खरीद के लिए बाहर जा सकता है.
चीन की ऑनलाइन कम्पनी ‘अलीबाबा’ का मुख्य कार्यालय भी यहां स्थित है.
हुबेई प्रांत में इस वायरस से सबसे अधिक लोगों की जान गई है और ताइझू उससे करीब 850 किलोमीटर दूर स्थित है. शहर में मंगलवार से 95 ट्रेन सेवाएं भी निलंबित कर दी गईं.
सभी आवासीय परिसरों को केवल एक प्रवेश द्वार खुला रखना होगा और स्थानीय लोगों को आवाजाही के समय अपनी आईडी (पहचान पत्र) साथ रखनी होगी.
हांगझोऊ के जिलों में अनिवार्य रूप से मास्क पहनने, आईडी साथ रखने और तापमान (बुखार) की जांच करते रहने जैसे अतिरिक्त उपाय भी सुझाए गए हैं.
इससे पहले रविवार को वेंगझोउ शहर के झेजियांग में भी स्थानीय लोगों की आवाजाही पर प्रतिबंध लगा दिया गया था.
हुबेई प्रांत के बाद झेजियांग में इस वायरस के संक्रमण के पुष्ट मामलों की संख्या सर्वाधिक है. झेजियांग में 829 मामले सामने आए है.
चीन में 20,000 से ज्यादा लोग कोरोना वायरस से प्रभावित हो चुके हैं और 425 मौतों की पुष्टि हो चुकी है.
कोरोना वायरस : राज्यसभा में सदस्यों ने की सरकार से सभी ऐहतियाती कदम उठाने की मांग
विभिन्न देशों में फैल रहे कोरोना वायरस के मामलों पर चिंता जाहिर करते हुए राज्यसभा में मंगलवार को विभिन्न दलों सदस्यों ने सरकार से एक आपात प्रकोष्ठ और एक कार्यबल बनाने तथा अस्पतालों को हाई अलर्ट पर रखने सहित सभी ऐहतियाती उपाय करने की मांग की.
भाजपा के डॉ विकास महात्मे ने शून्यकाल के दौरान कोरोना वायरस का मुद्दा उठाया. उन्होंने कहा कि इस वायरस का प्रकोप चीन से शुरू हुआ और तेजी से दुनिया के विभिन्न देशों में फैल रहा है. चीन में 250 से अधिक लोगों की जान इस वायरस के संक्रमण की वजह से जा चुकी है.
डॉ महात्मे ने कहा कि भारत के केरल राज्य में कोरोना वायरस के तीन मामलों की पुष्टि हो चुकी है और देश की राजधानी दिल्ली में स्थित राम मनोहर लोहिया अस्पताल में इसके 12 संदिग्ध मरीजों का इलाज जारी है.
उन्होंने कहा कि भारत सरकार ने कोरोना वायरस का प्रसार रोकने के लिए कई कदम उठाए हैं लेकिन स्थिति को देखते हुए एक आपात प्रकोष्ठ बनाया जाना चाहिए.
विश्व फिलहाल चीन के विषाणु को लेकर महामारी की स्थिति में नहीं है : डब्ल्यूएचओ
जिनेवा, चार फरवरी (एएफपी) विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने मंगलवार को कहा कि चीन से करीब दो दर्जन देशों तक फैली कोरोना वायरस बीमारी ने अभी महामारी का रूप नहीं लिया है.
डब्ल्यूएचओ के वैश्विक संक्रामक खतरा तैयारी संभाग की प्रमुख सैल्वी ब्रियांड ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘फिलहाल हम महामारी की स्थिति में नहीं हैं.’
उन्होंने कहा कि इसके बजाय ‘हम एक ऐसे चरण में हैं जहां यह संक्रामक रूप में है और विभिन्न क्षेत्रों में फैला है.’
चीन में इस बीमारी से 425 से अधिक लोगों की मौत हो गयी और 2000 से अधिक लोग उसकी चपेट में आ गये. उनमें से ज्यादातर मामले हुबेई प्रांत के हैं जो इस बीमारी का केंद्र है. यह बीमारी दो दर्जन देशों में अपने पैर पसार चुकी है.
ब्रियांड ने कहा कि हुबेई में यह बीमारी बहुत तेजी से फैली लेकिन इस प्रांत के बाहर थोड़े बहुत मामले हैं.
उन्होंने कहा कि इसी के साथ चीन में अधिकारियों ने इस बीमारी को थामने के लिए त्वरित उपाय किये और अन्य प्रभावित देशों ने भी इस विषाणु को फैलने से रोकने के लिए कदम उठाये.
उन्होंने कहा , ‘हम आशा करते हैं कि हुबेई और अन्य स्थानों, जहां थोड़े बहुत मामले हैं, में उठाये गये कदमों के आधार पर हम उसे रोक सकते हैं और इस विषाणु से निजात पा सकते हैं.’