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शनिवार, 17 मई, 2025
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J&K में सुरक्षा बलों ने 2 स्थानीय आतंकवादियों के घर ज़मीदोंज़ किए, कई ऑपरेशन जारी

बिजबेहरा के आदिल हुसैन थोकर और त्राल के आसिफ शेख उन 7 लश्कर आतंकवादियों में शामिल हैं, जिनके मंगलवार को पहलगाम में हुई हत्याओं में शामिल होने का अनुमान है.

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श्रीनगर: पाकिस्तान स्थित लश्कर-ए-तैयबा के दो स्थानीय कश्मीरी आतंकवादियों — बिजबेहरा के आदिल हुसैन थोकर और त्राल के आसिफ शेख — जो मंगलवार के पहलगाम हमले में शामिल थे, उनके घरों को सुरक्षा बलों और स्थानीय प्रशासन द्वारा किए गए ऑपरेशन में ज़मींदोज़ कर दिया.

सुरक्षा प्रतिष्ठान के सूत्रों ने दिप्रिंट को बताया कि सुरक्षा ग्रिड को मजबूत करने और सात आतंकवादियों के समूह की तलाश के लिए वर्तमान में कश्मीर में एक दर्जन से अधिक ऑपरेशन चल रहे हैं — जिनमें पाकिस्तान के कम से कम चार आतंकवादी और तीन स्थानीय आतंकवादी शामिल हैं — जिनके पहलगाम में बैसरन घाटी प्रकरण में शामिल होने का संदेह है.

जैसा कि दिप्रिंट ने पहले रिपोर्ट की थी कि दो स्थानीय आतंकवादियों सहित चार आतंकवादी वास्तविक गोलीबारी में शामिल थे, तीन अन्य हाई रेंज में निगरानी के लिए थे.

सूत्रों के अनुसार, शेख के घर में विस्फोटक उपकरण मिला था, जिसके बाद सेना ने इसे खत्म करने का फैसला किया. उन्होंने कहा कि विस्फोट से पहले पड़ोस के निवासियों को खाली करा लिया गया.

दिप्रिंट बुधवार को दोनों स्थानीय आतंकवादियों की पहचान और नाम बताने वाला पहला संस्थान था.

पोस्ट ग्रेजुएट टीचर थोकर को अक्सर सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में मारे गए संदिग्ध आतंकवादियों के अंतिम संस्कार में शामिल होते देखा जाता था. माना जाता है कि 2018 में थोकर वाघा-अटारी सीमा पार करके पाकिस्तान गया था.

जम्मू-कश्मीर पुलिस ने इस कायराना हमले में शामिल आतंकवादियों को मार गिराने में मददगार किसी भी सूचना के बदले में 20 लाख रुपये का नकद इनाम देने की घोषणा की है.

पुलिस ने हमले में शामिल दो पाकिस्तानी आतंकवादियों की पहचान अली भाई उर्फ ​​तल्हा भाई और हाशिम मूसा उर्फ ​​सुलेमान के रूप में की है, जिन पर एक साल पहले जम्मू के डोडा सेक्टर से भारत में घुसपैठ करने का संदेह है.

सूत्रों ने कहा कि हत्या स्थल से बरामद सभी गोलियां स्टील-टिप वाली थीं, जिन्हें कवच भेदी गोलियां कहा जाता है — जो पाकिस्तानी संलिप्तता का स्पष्ट संकेत है.

प्रशासन के सूत्रों ने रेखांकित किया कि आतंकवाद के प्रति ज़ीरो टॉलरेंस होगी और देश के खिलाफ बंदूक उठाने वालों को गंभीर परिणाम भुगतने होंगे.

सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी शुक्रवार को स्थिति की पूरी सुरक्षा समीक्षा और सुरक्षा बलों द्वारा सात लश्कर आतंकवादियों को पकड़ने के लिए चल रहे अभियान के लिए श्रीनगर पहुंचे.

विशेष बलों के अलावा राष्ट्रीय राइफल्स के दो सेक्टरों (ब्रिगेड स्तर के गठन) को आतंकवादियों के समूह को ट्रैक करने के काम पर लगाया गया है.

शुक्रवार को पाकिस्तानी सेना ने नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर कुछ स्थानों पर छोटे हथियारों से गोलीबारी की, जिसका भारतीय सेना ने प्रभावी जवाब दिया. हालांकि, अभी तक किसी के हताहत होने की खबर नहीं है.

(इस रिपोर्ट को अंग्रेज़ी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)


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