पुणे, 23 मई (भाषा) महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने शुक्रवार को कहा कि उन्होंने पुलिस से 26 वर्षीय वैष्णवी हगवणे की कथित रूप से दहेज उत्पीड़न के कारण आत्महत्या के मामले में ठोस तरीके से जांच करने को कहा है।
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के नेता राजेंद्र हगवणे की बहू वैष्णवी हगवणे ने 16 मई को पुणे जिले के पिंपरी-चिंचवड़ के बावधन इलाके में कथित तौर पर फांसी लगा ली थी।
वैष्णवी के माता-पिता ने दावा किया कि उन्होंने शादी के समय उसके पति के परिवार को 51 तोला (595 ग्राम) सोना, चांदी और एक एसयूवी दी थी, लेकिन हगवणे परिवार ने जमीन खरीदने के लिए दो करोड़ रुपये की मांग करते हुए उसे परेशान करना जारी रखा।
पिंपरी चिंचवाड़ द्वितीय जोन के पुलिस उपायुक्त विशाल गायकवाड़ ने बताया कि राजेंद्र हगवणे, जिन्हें अब अजित पवार नीत राकांपा से निष्कासित कर दिया गया है, और उनके बेटे सुशील को शहर से भागने की कोशिश करते समय स्वारगेट इलाके से गिरफ्तार किया गया।
पवार ने वैष्णवी के माता-पिता से मुलाकात के बाद शाम को यहां कहा, ‘‘हम यह सुनिश्चित करेंगे कि मामले की सुनवाई तेजी से हो और इसका तार्किक निष्कर्ष निकले। हम मामले में एक विशेष अभियोजक नियुक्त करने की भी योजना बना रहे हैं। कल मैं मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के साथ दिल्ली जाऊंगा और उनसे इस बारे में चर्चा करूंगा कि क्या मामले को त्वरित अदालत में चलाया जाना चाहिए।’’
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि राजेंद्र और सुशील अपने फोन बदलकर गिरफ्तारी से बचने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन पुलिस उन्हें पकड़ने में कामयाब रही।
हगवणे परिवार की दो बहुओं को परिवार के सदस्यों द्वारा एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के नाम का इस्तेमाल कर धमकाने के आरोपों के बारे में पूछे जाने पर पवार ने कहा कि संबंधित अधिकारी ने उन्हें बताया है कि उनका इस मामले से दूर-दूर तक कोई संबंध नहीं है।
वैष्णवी की कथित आत्महत्या से पहले, हगवणे की बड़ी बहू ने आरोप लगाया था कि 2024 में उन्हें भी प्रताड़ित किया गया और घरेलू हिंसा का सामना करना पड़ा, लेकिन पुलिस ने समय पर कोई कार्रवाई नहीं की।
भाषा धीरज आशीष
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