नई दिल्ली: दिप्रिंट को मिली जानकारी के अनुसार पता चला है कि दिल्ली पुलिस की साइबर सेल ने सोशल ऑडियो प्लेटफॉर्म क्लबहाउस पर कुल छह ऐसे आईडी की पहचान की है, जो एक चैट रूम – ‘मुस्लिम लड़कियां हिंदू लड़कियों से ज्यादा खूबसूरत होती हैं’ – का हिस्सा थे जहां अश्लील और इस्लामोफोबिक टिप्पणियां की गई थीं.
दिल्ली पुलिस के सूत्रों का कहना है कि इन सभी की उम्र 18 से 22 साल के बीच है और कोरोना महामारी के दौरान शारीरिक उपस्थिति वाली कक्षाओं को निलंबित किये जाने के कारण उनकी ऑनलाइन गतिविधियां बढ़ गई है.
इससे पहले दिल्ली पुलिस ने 17 जनवरी को एक क्लब हाउस चैट रूम में मुस्लिम महिलाओं के बारे में अश्लील चर्चा करने और उनके साथ यौन संबंध बनाने से हिंदू पुरुषों के ‘पुण्य’ और ‘अच्छे कर्मों’ में बढ़ोत्तरी जैसी टिप्पणियों के सामने आने के बाद एक प्राथमिकी दर्ज की थी. इस बातचीत की स्क्रीन रिकॉर्डिंग ट्विटर पर भी पोस्ट की गई थी.
सूत्रों के अनुसार प्राथमिक जांच से पता चला है कि छह लोगों से पहले की गयी पूछताछ के बाद पहचान किये गए कुछ आईडी पिछले साल भी इसी तरह के दो या तीन क्लब हाउस समूहों का हिस्सा थे.
इन चैट की स्क्रीन रिकॉर्डिंग तकनीकी विश्लेषण के लिए भेजी गई है ताकि भद्दी टिप्पणियां करने वाली सभी आवाजों की पुष्टि की जा सके. जहां मुंबई पुलिस ने इस मामले, और एक अन्य क्लब हाउस चैट रूम के सिलसिले में, अब तक तीन लोगों को गिरफ्तार किया है वहीँ दिल्ली पुलिस ने अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं की है.
दिल्ली पुलिस के इंटेलिजेंस फ्यूजन एंड स्ट्रैटेजिक ऑपरेशंस यूनिट में पुलिस उपायुक्त के.पी.एस. मल्होत्रा ने कहा, ‘किसी की भी गिरफ्तारी की ओर बढ़ने से पहले, इस वीडियो रिकॉर्डिंग की प्रामाणिकता का पता लगाया जाना चाहिए ताकि वीडियो में किसी भी आवाज के उतार-चढ़ाव (वॉइस मॉड्यूलेशन) की संभावना को रद्द किया जा सके क्योंकि यह इस मामले में दया किये जाने वाले मुकदमे को प्रभावित कर सकता है.’
उन्होंने कहा, ‘मौजूदा मामले में अश्लील टिप्पणियों का एकमात्र सबूत वह पहला स्रोत है, जिसने इस ऑडियो स्वरूप वाली बातचीत का वीडियो (स्क्रीन) रिकॉर्ड किया था. क्लब हाउस अपने चैट रूम में हो रही ऑडियो वाली बातचीत को रिकॉर्ड नहीं करता है. इस मामले में किसी भी गिरफ्तारी की ओर बढ़ने से पहले, इस वीडियो की प्रामाणिकता और इसमें शामिल कथित लोगों की वॉइस मॉड्यूलेशन का पता लगाया जाना है.’
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने उनका नाम जाहिर करने की शर्त पर कहा: ‘सभी मुख्य संदिग्धों की उम्र 18 से 22 साल के बीच है. उन सब का कहना है कि वे पिछले साल जून-जुलाई के आसपास क्लब हाउस में शामिल हुए थे. उन्होंने यह भी बताया है कि कोविड -19 महामारी के कारण स्कूल, कॉलेज और विश्वविद्यालय बंद होने और कक्षाएं के ऑनलाइन मोड पर होने की वजह से उनकी ऑनलाइन लाइन गतिविधियां (इंटरनेट पर समय व्यतीत करना) – सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म, क्लब हाउस के रूम्स में घंटों बात करने सहित – काफी बढ़ गई हैं.’
किन लोगों की हैं ये आईडी?
पुलिस ने लखनऊ से एक 18 वर्षीय शख्श को बुलाया है जो कथित रूप से ‘बिस्मिल्लाह’ नाम की एक आईडी के पीछे है और पहले क्लब हाउस समूह का संदिग्ध निर्माता है. उसे इस जांच में शामिल होने के लिए कहा गया है. दिल्ली पुलिस के सूत्रों ने कहा कि पूछताछ के दौरान, उस लड़के ने कहा था कि उसने एक अन्य आईडी – ‘सल्लोस’ – के निर्देश पर यह चैट रूम बनाया था और इसकी ‘मॉडरेटर की’ उसे सौंप दी थी. एक अन्य वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि, ‘इस 18 वर्षीय लड़के का फोन जब्त कर लिया गया है. उसने पुलिस को ‘सल्लोस’ की असली पहचान के बारे में भी जानकारी दी है.’
पुलिस के अनुसार, ‘सल्लोस’ नाम की आईडी उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में रहने वाले एक 17 वर्षीय और कक्षा 12 के छात्र द्वारा बनाई गई थी. पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘उसने इस समूह का मॉडरेटर (मध्यस्थ) होने की बात स्वीकार की है. बाद में उसने अपने आईडी का नाम बदलकर अल्कोहलिक सिंह (यूजर नेम – : alcoholic.singh) कर दिया. उसका मोबाइल फोन फोरेंसिक जांच के लिए जब्त कर लिया गया है.’
पहचान की गई अन्य आईडी हैं: ‘2ez4Akash xd’ (यूजर नेम: ‘versace_on_me’), ‘??hrsh’ (यूजर नेम: ‘coochielove’), ‘रोमा’, और एक और शख्श जिसका यूजर नेम ‘koko0107’ है
इसी पुलिस अधिकारी ने बताया कि एक अन्य यूजर ने क्लब हाउस पर जुलाई 2020 में @mr_casanova के नाम से एक अकाउंट बनाया था. अधिकारी ने कहा, ‘तब से वह लगातार इसी अकाउंट का इस्तेमाल कर रहा है. लगभग दो महीने पहले उसने एक बैकअप अकाउंट के रूप में @versace_on_me (यूजर नेम-Toosexytoohandle) के नाम से क्लबहाउस पर एक और अकाउंट भी बनाया था.‘
इस अधिकारी के अनुसार, ‘उसने बताया कि उसने 6 जनवरी को अपने दोस्त आकाश सुयाल के साथ अपना दूसरा अकाउंट साझा किया. आकाश ने क्लब हाउस पर इस अकाउंट का इस्तेमाल ‘ ryuga ‘ के नाम से किया, जिसे बाद में उसने ‘2ez4Akash xd’ और फिर ‘Kira XD ‘ में बदल दिया.’ उन्नीस वर्षीय हरियाणा निवासी सुयाल को मुंबई पुलिस ने 20 जनवरी को गिरफ्तार कर लिया था.
सूत्रों ने बताया कि आईडी ‘??hrsh’ की पहचान देहरादून, उत्तराखंड के प्रथम वर्ष के बी.कॉम के एक छात्र रूप में की गई है. अधिकारी का कहना है, ‘उसने जून 2021 में ‘??hrsh’ वाला अकाउंट बनाया लेकिन इस घटना के बाद उसने 19 जनवरी को इसे निष्क्रिय कर दिया. उसने दावा किया है कि उसने केवल 10 मिनट के लिए इस क्लब हाउस रूम वाली चैट में भाग लिया था, लेकिन उसने वहां कोई टिप्पणी नहीं की.’
हालांकि इस अधिकारी ने आगे कहा कि इसी क्लब हाउस रूम में ‘Harsh’ नाम से मिलते-जुलते नाम वाला एक और अकाउंट था.
पहचान की गई दो अन्य आईडी ‘रोमा’ और यूजर नेम – koko0107 वाली हैं. पुलिस अधिकारी ने कहा कि ‘रोमा’ और दूसरा यूजर दोनों इस जांच में शामिल हो गए हैं.’
इससे पहले जब दिप्रिंट ने रोमा से बात की थी, तो उसने दावा किया था कि वह ‘बिस्मिल्लाह’ जैसे नामों वाले यूजर्स को देखकर ही इस समूह में शामिल हुई थी, और उसने इस समूह पर कही गई किसी भी बात का समर्थन नहीं किया था. उसने कहा कि वह केवल यही सोचकर इसमें शामिल हुई थी कि यह ‘चर्चा के लिए एक खुली जगह है’, और जब प्रतिभागियों ने बाबरी मस्जिद के बारे में बात करना शुरू किया तो उसने वह चैट रूम छोड़ दिया.
सूत्रों ने बताया कि यूजर ‘koko0107’ ने केवल सामान्य टिप्पणियां ही की थी.
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