scorecardresearch
Saturday, 18 May, 2024
होमदेशकृषि कानूनों के विरोध में किसानों का दिल्ली कूच- वाटर कैनन, बैरिकेड, डिवाइडर से मार्च थामने की कोशिश

कृषि कानूनों के विरोध में किसानों का दिल्ली कूच- वाटर कैनन, बैरिकेड, डिवाइडर से मार्च थामने की कोशिश

राज्यों की सीमाओं पर किसानों और पुलिस के बीच जमकर झड़प हो रही है. किसान पुलिस के सारे इंतजाम को धता बताते हुए आर-पार के मूड में नजर आ रहे हैं. कहीं-कहीं यह आंदोलन उग्र हो रहा है.

Text Size:

नई दिल्ली: कृषि कानूनों के विरोध में दिल्ली कूच रहे किसानों को रोकने के लिए पुलिस हरसंभव कोशिश कर रही है. दिल्ली की सीमाओं पर रोकने के लिए जमकर नाकेबंदी और पुलिस व सुरक्षा बलों की तैनाती की गई है. जगह-जगह किसानों को रोकने के लिए वाटर कैनन, बैरिकेड, डिवाइडर और आंसू गैस छोड़े जा रहे हैं लेकिन किसान अपनी मांगों को लेकर आर-पार के मूड में नजह आ रहे हैं. वह दिल्ली में विरोध-प्रदर्शन जताने के लिए महीनों का राशन-पानी लेकर चले हैं और जगह-जगह पुलिस से झड़प हो रही है.

हरियाणा 

किसान हरियाण के अंबाला सदोपुर बॉर्डर पहुंचे हैं, जहां पुलिस उन्हें तितर-बितर करने के लिए वॉटर कैनन का इस्तेमाल कर रही है.

इसी तरह दिल्ली की ओर कूच कर रहे किसान हरियााणा के कर्ण झील क्षेत्र के पास बड़ी संख्या में इकट्ठा हुए हैं.

हरियाणा के करनाल में बड़ी संख्या में सुरक्षा बल तैनात किया गया है.

दिल्ली-जम्मू हाइवे पर भारी संख्या में पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं और स्थिति पर नज़र रखने के लिए पुलिस ड्रोन का भी इस्तेमाल कर रही है.

अच्छी पत्रकारिता मायने रखती है, संकटकाल में तो और भी अधिक

दिप्रिंट आपके लिए ले कर आता है कहानियां जो आपको पढ़नी चाहिए, वो भी वहां से जहां वे हो रही हैं

हम इसे तभी जारी रख सकते हैं अगर आप हमारी रिपोर्टिंग, लेखन और तस्वीरों के लिए हमारा सहयोग करें.

अभी सब्सक्राइब करें

किसानों के ‘दिल्ली चलो’ विरोध प्रदर्शन को देखते हुए दिल्ली-गुरुग्राम बॉर्डर पर पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं और वे वाहनों की जांच भी कर रहे हैं.

दिल्ली-फरीदाबाद बॉर्डर पर बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है और वाहनों की जांच की जा रही है.

यूपी

इधर यूपी तरफ से आ रहे किसानों के दिल्ली चलो आंदोलन के चलते दिल्ली-नोएडा बॉर्डर के पास कालिंदी कुंज में जाम लग गया है. एसएचओ सरिता विहार ने बताया, ‘कोई प्रदर्शनकारी दिल्ली में दाखिल न हो पाए इसके लिए पुलिस की सभी टीमें उच्च अधिकारियों के साथ हर जगह अलर्ट पर हैं.’

कृषि कानूनों के विरोध में किसानों के दिल्ली चलो आंदोलन को देखते हुए दिल्ली-गाज़ीपुर बॉर्डर पर पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं. ASP ने बताया, ‘हम लोगों का प्रयास है कि किसानों को यही रोककर उसने वार्ताकर उनकी जो बाते हैं उसे ज्ञापन के रूप में लेकर उसे आगे भेज दें.’

पंजाब

दिल्ली की ओर कूच कर रहे किसानों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस अंबाला के पास शंभू बॉर्डर पर वॉटर कैनन का इस्तेमाल कर रही है. किसान कृषि कानूनों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने के लिए दिल्ली आ रहे हैं.

वहीं किसान पंजाब के शंभू बॉर्डर पर डटे हुए हैं. कृषि कानून के खिलाफ किसानों का विरोध प्रदर्शन उग्र हो गया. पंजाब के शंभू बॉर्डर में किसान प्रदर्शनकारियों ने पुलिस बैरिकेड को उठाकर सड़क किनारे खेतों में फेंक दिया, साथ ही सड़क पर लगे डिवाइडरों को भी नुकसान पहुंचाया.

कृषि कानूनों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने के लिए किसान फतेहगढ़ साहिब से दिल्ली की तरफ आ रहे हैं. एक प्रदर्शनकारी ने बताया, ‘हम दिल्ली को कूच कर रहे हैं, वहां रोका जाएगा तो सब सड़कों पर जाम लगा देंगे. हमारे पास 4-5 महीने का सामान है, हज़ार से ज़्यादा ट्रालियां जा रही हैं.’

दिल्ली के सीमावर्ती इलाकों में निगरानी बढ़ी

दिल्ली पुलिस ने बृहस्पतिवार को केंद्र के नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों द्वारा ‘दिल्ली चलो’ विरोध मार्च के मद्देनजर राष्ट्रीय राजधानी के सीमावर्ती क्षेत्रों में अपनी निगरानी सख्त कर दी.

पुलिस ने कहा कि सिंघू सीमा पर दिल्ली पुलिस ने किसानों द्वारा संचालित ट्रैक्टरों की आवाजाही रोकने के लिए रेत से भरे ट्रकों को तैनात किया है.

यह पहला मौका है जब शहर की पुलिस ने सीमा पर रेत से भरे ट्रकों को तैनात किया है.

पुलिस ने बताया कि सीमा को सील नहीं किया गया है लेकिन वे राष्ट्रीय राजधानी में प्रवेश करने वाले सभी वाहनों की जांच कर रहे हैं.

इससे पहले, दिल्ली पुलिस ने 26 और 27 नवंबर को केंद्र के नए कृषि कानूनों के खिलाफ राष्ट्रीय राजधानी में विरोध प्रदर्शन करने के विभिन्न किसान संगठनों के अनुरोधों को अस्वीकार कर दिया था.

पुलिस ने मंगलवार को कहा था कि अगर वे कोविड-19 महामारी के बीच किसी भी सभा के लिए शहर में आते हैं तो विरोध करने वाले किसानों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी.

किसान बृहस्पतिवार को दिल्ली पहुंचने वाले हैं.

(भाषा और एएनआई के इनपुट्स के साथ)

share & View comments