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Saturday, 4 May, 2024
होमदेशआईपीएस अधिकारियों से बोले पीएम, कोविड-19 महामारी के दौरान पुलिस का ‘मानवीय’ पक्ष सामने आया

आईपीएस अधिकारियों से बोले पीएम, कोविड-19 महामारी के दौरान पुलिस का ‘मानवीय’ पक्ष सामने आया

प्रोबेशनर्स आईपीएस अधिकारियों को ऑनलाइन संबोधित करते हुए मोदी ने कहा, जम्मू कश्मीर में आतंक की राह पर निकलने वाले युवाओं को रोकने का काम माएं ही कर सकती हैं.

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हैदराबाद: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जम्मू-कश्मीर में युवकों को शुरुआत से ही आतंकवाद की राह पर जाने से रोकने के लिए महिला पुलिस अधिकारियों से वहां की महिलाओं की मदद लेने की अपील की.

सरदार वल्लभभाई पटेल राष्ट्रीय पुलिस अकादमी में प्रोबेशनर्स आईपीएस अधिकारियों को ऑनलाइन संबोधित करते हुए मोदी ने शुक्रवार को कहा कि वैश्विक महामारी कोविड-19 के दौरान देश में पुलिस का ‘मानवीय’ पक्ष सामने आया है.

एक महिला आईपीएस प्रोबेशनर्स के सवाल का जवाब देते हुए मोदी ने केन्द्र शासित प्रदेश के लोगों की प्रशंसा करते हुए कहा कि वे ‘प्यारे ’ लोग हैं.

उन्होंने कहा, ‘ मैं इन लोगों के साथ बहुत जुड़ा हुआ हूं. वे आपके साथ बेहद प्यार से पेश आते हैं.हमें गलत राह पर जाने वालों को रोकना होगा. महिलाएं ऐसा कर सकती हैं.’

प्रधानमंत्री ने कहा, ‘ (जम्मू-कश्मीर में) हमारी माएं ऐसा कर सकती हैं.अगर हम शुरू में ही ऐसा करें तो बहुत अच्छा होगा.’

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उन्होंने यह भी कहा कि योग और प्राणायाम तनाव दूर करने के लिए बहुत फायदेमंद हैं.


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पीएम की प्रोबेशनर्स आईपीएस को सलाह

उन्होंने आगे कहा, मैं सभी नए पुलिस अधिकारियों से कहना चाहूंगा कि आप अपनी सेवा के शुरु के दिनों में ही जितना अधिक सतर्क रह सकें, उतना रहिएगा. आपको चाहे शुरु में कष्ट सहने पड़े, लेकिन अपने कान से, अपनी आंख से और अपने दिमाग से चीजों को समझने का प्रयास कीजिएगा.’

प्रोबेशनरी आईपीएस को संबोधित करते हुए पीएम ने यह भी कहा, ‘आप तय कीजिए कि आपके आस पास के थाने सामाजिक विश्वास का केंद्र कैसे बने, इसके लिए प्रयास करें. आप तय करें कि व्यवस्था को, वातावरण को आप बदलेंगे.’

क्या कभी हमने अपने थाने के कल्चर पर बल दिया है? हमारा थाना सामाजिक विश्वास का केंद्र कैसे बनें?

पीएम ने सलाह देते हुए कहा, ‘आपके अंडर में जितने भी थाने आएं वहां बदलाव लाने की एक लिस्ट तैयार करें, व्यक्ति को बदल पाऊं या न पाऊं लेकिन व्यवस्था को और एनवायरनमेंट को बदल सकता हूं.’ पीएम ने यह भी कहा कि ये आपकी प्रथमिकता रहनी चाहिए. सामान्य मानवी पर आपने प्रभाव पैदा करना है या प्रेम का सेतु जोड़ना है.

यही नहीं पीएम ने आईपीएस अधिकारियों से यह भी कहा, ‘प्रेम का सेतु बनाएंगे तो आपके रिटायरमेंट के बाद भी आपको लोग याद करेंगे.’ साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि लोकतंत्र में दल कोई भी हो, ‘जन प्रतिनिधि का एक बड़ा महत्व होता है. जन प्रतिनिधि का सम्मान मतलब लोकतांत्रिक प्रक्रिया का सम्मान.’

पीएम ने कहा कि तकनीक ने हमारी बहुत मदद की है. केस को सुलझाने में भी तकनीक बहुत मदद कर रही है. लेकिन पुलिस के लोग आजकल जो सस्पेंड होते हैं तो उसका एक कारण भी तकनीक है. आपको इस पर बल देना होगा कि तकनीक का कैसे ज्यादा से ज्यादा सकारात्मक उपयोग हो.


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इस दौरान इन अधिकारियों को पीएम ने कहा कि ट्रेनिंग का बहुत बड़ा महत्व होता है. ज्यादातर हमारे देश में सरकारी मुलाजिम के लिए ट्रेनिंग को पनिशमेंट माना जाता है. हमने ट्रेनिंग को इतना नीचे कर दिया है जो हमारी सारी गुड गवर्नेंस की जड़ में है. इसमें से हमको बाहर आना होगा.

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