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Monday, 22 December, 2025
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प्रधानमंत्री ने हूल दिवस पर सिद्धो-कान्हू को श्रद्धांजलि दी

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नयी दिल्ली, 30 जून (भाषा) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को हूल दिवस पर सिद्धो-कान्हू सहित अन्य स्वतंत्रता सेनानियों को श्रद्धांजलि अर्पित की और कहा कि उनके संघर्ष की गाथा देशवासियों को सदैव प्रेरित करती रहेगी।

मोदी ने एक ट्वीट में कहा, ‘हूल दिवस पर हमारे आदिवासी समाज के वीर-वीरांगनाओं को शत-शत नमन। यह विशेष अवसर हमें अन्याय के खिलाफ सिद्धो-कान्हू, चांद-भैरव और फूलो-झानो समेत कई अन्य पराक्रमियों के शौर्य और साहस का स्मरण कराता है। उनके संघर्ष की गाथा देशवासियों को सदैव प्रेरित करती रहेगी।’

आज ही के दिन 1855 को सिद्धो-कान्‍हो और चांद-भैरव के नेतृत्‍व में झारखंड के साहिबगंज के भोगनाडीह में लगभग 50 हजार जनजातीय समाज के लोगों ने अंग्रेजी शासन के अधीन महाजनी प्रथा व बंदोबस्‍ती नीति के खिलाफ जंग का ऐलान किया था।

चांद और भैरव को अंग्रेजों ने मार डाला। इसके बाद सिद्धो और कान्हू को भोगनाडीह में ही पेड़ से लटकाकर 26 जुलाई 1855 को फांसी दे दी गई। संथाल की माटी के इन्हीं शहीदों की याद में हर साल 30 जून को हूल दिवस मनाया जाता है। हूल का अर्थ क्रांति से है।

भाषा ब्रजेन्द्र पवनेश नरेश

नरेश

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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