धारापुरम: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को पूर्व केंद्रीय दूरसंचार मंत्री ए. राजा को कांग्रेस और द्रमुक की ‘आउटडेटेड 2जी मिसाइल’ करार दिया. साथ ही, मोदी ने राज्य के मुख्यमंत्री के. पलानीस्वामी की मां का अपमान करने और तमिलनाडु की महिलाओं को निशाना बनाने को लेकर राजा की आलोचना भी की.
राज्य में छह अप्रैल को होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए अपनी पहली चुनावी रैली में मोदी ने आरोप लगाया कि महिलाओं का अपमान करना कांग्रेस-द्रमुक संस्कृति का हिस्सा है. उन्होंने आरोप लगाया कि विपक्षी दलों की महिला विरोधी मानसिकता पश्चिम बंगाल जैसे अन्य राज्यों में भी दिखती है, जहां वृद्ध महिला शोभा मजुमदार को जान गंवानी पड़ी.
मोदी ने कहा कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) का एजेंडा विकास का है, जबकि कांग्रेस और द्रमुक का अपना वंशवादी एजेंडा है. उन्होंने दावा किया कि इन पार्टियों के नेताओं के भाषणों में कुछ भी सकारात्मक चीज नहीं होती है और वे बमुश्किल ही अपने ‘विज़न’ या कामकाज के बारे में बात करते हैं तथा वे सभी सिर्फ दूसरों को नीचा दिखाते हें और झूठ फैलाते हैं.
मोदी ने यहां चुनावी रैली में राजा का नाम लिए बगैर कहा कि कांग्रेस और द्रमुक ने अपनी ‘आउटडेटेड 2जी मिसाइल’ लॉन्च की है और इस मिसाइल का एक स्पष्ट लक्ष्य है, जो तमिलनाडु की महिलाएं हैं.
उन्होंने आरोप लगाया, ‘कुछ दिन पहले संप्रग ने तमिलनाडु में नारी शक्ति पर हमले का स्पष्ट आदेश देते हुए यह मिसाइल दागी था.’ मोदी ने आरोप लगाया कि आज कांग्रेस और द्रमुक ने तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के. पलानीस्वामी की आदरणीय मां का अपमान किया है.
उन्होंने कहा, ‘भगवान न करे, अगर वे (कांग्रेस और द्रमुक) सत्ता में आ गए तो वे तमिलनाडु में कई और महिलाओं का अपमान करेंगे.’ गौरतलब है कि कुछ दिन पहले चुनाव प्रचार के दौरान राजा ने पलानीस्वामी के जन्म को लेकर कथित तौर पर आपत्तिजनक एवं अपमानजनक तरीके से टिप्पणी की थी. राज्य में सत्तारूढ़ दल अन्नाद्रमुक ने इसे लेकर पुलिस के पास एक शिकायत दर्ज कराई थी और राजा के खिलाफ एक मामला दर्ज किया गया था.
हालांकि, राजा ने अपनी टिप्पणी के लिए बाद में माफी मांग ली थी, लेकिन उन्होंने दावा किया था कि उनके शब्दों का अर्थ संदर्भ से हटा कर निकाला गया.
मोदी ने कांग्रेस और द्रमुक नेतृत्व को अपनी-अपनी पार्टी के नेताओं को नियंत्रित करने की सलाह देते हुए कहा कि तमिलनाडु के स्वाभिमानी बेटे-बेटियां अपने आदर्शों को लेकर कभी समझौता नहीं करेंगे और अन्याय के खिलाफ लड़ेंगे. उन्होंने कहा कि राज्य के लोग सबकुछ देख रहे हैं और वे राज्य की महिलाओं का अपमान कभी बर्दाश्त नहीं करेंगे.
उन्होंने कहा, ‘द्रमुक और कांग्रेस महिला सशक्तिकरण की कभी गारंटी नहीं देंगे. उनके शासन में, महिलाओं के खिलाफ अपराध बढ़े हैं और स्थानीय बाहुबलियों ने शांति व्यवस्था में खलल डाला.’
मोदी ने आरोप लगाया कि महिलाओं को अपमानित करना कांग्रेस-द्रमुक की संस्कृति का हिस्सा है और जब द्रमुक के दुष्प्रचारक डिंडीगुल लियोनी तथा पार्टी के युवराज (उदयनिधि स्टालिन) ने महिलाओं के खिलाफ खौफनाक टिप्पणियां की, तब द्रमुक ने उन्हें रोकने के लिए कुछ नहीं किया.
उन्होंने द्रमुक की वंशवाद की राजनीति को लेकर उस पर तंज करते हुए कहा कि युवराज ने इस पार्टी में कई वरिष्ठ नेताओं को दरकिनार कर दिया है.
उन्होंने तमिलनाडु विधानसभा में 25 मार्च 1989 को हुई एक घटना को भी लोगों से कभी नहीं भूलने की अपील की.
इस घटना के तहत तत्कालीन विपक्षी नेता जे जयललिता पर कथित तौर पर द्रमुक के नेताओं ने हमला किया था.
मोदी ने कहा कि विपक्षी दलों की महिला विरोधी मानसिकता तमिलनाडु तक ही सीमित नहीं है.
उन्होंने बंगाल में वृद्ध महिला शोभा मजुमदार की मौत होने का जिक्र करते हुए कहा, ‘कुछ सप्ताह पहले, हम सबने देखा कि तृणमूल कांग्रेस के गुंडों ने किस तरह से बेरहमी से उन पर महज इसलिए हमला किया था कि उनकी विचारधारा अलग थी.’
उन्होंने सवाल किया कि क्या कांगेस ने इसे लेकर कोई करूणा दिखाई या उसकी सहयोगी द्रमुक ने इस घटना की निंदा की. उन्होंने सवाल किया कि क्या द्रमुक के सहयोगी वाम दलों ने इस तरह के व्यवहार की निंदा की.
उन्होंने कहा, ‘क्या उनकी सहयोगी पार्टी तृणमूल कांग्रेस ने कोई खेद प्रकट किया, जिनके साथ वे दिल्ली में रणनीतिक बैठकें करते हैं. कहीं से नहीं. विपक्ष में खामोशी देखने को मिली.’
प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में वैष्णव संत अंदाल का भी उल्लेख किया, जो 12 अलवार संतों में एकमात्र महिला थी.
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