नयी दिल्ली, 18 फरवरी (भाषा) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और कतर के अमीर शेख तमीम बिन हम्माद अल-सानी ने मंगलवार को सीमा पार आतंकवाद सहित सभी तरह के आतंकवाद की पुरजोर निंदा की। दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय और बहुपक्षीय तंत्र के माध्यम से इस खतरे से निपटने में सहयोग करने पर सहमति व्यक्त की।
दोनों नेताओं के बीच बैठक के कुछ घंटों बाद जारी संयुक्त वक्तव्य में भारत और कतर ने ‘‘अंतरराष्ट्रीय विवादों के शांतिपूर्ण समाधान के लिए वार्ता और कूटनीति के महत्व’’ पर जोर दिया।
संयुक्त वक्तव्य में कहा गया है कि 17 और 18 फरवरी को अमीर की दो दिवसीय भारत यात्रा ने ‘‘भारत और कतर के बीच मित्रता और सहयोग के मजबूत संबंधों की पुष्टि की है। नेताओं ने आशा व्यक्त की कि यह साझेदारी बढ़ती रहेगी, जिससे दोनों देशों के लोगों को लाभ होगा और क्षेत्रीय और वैश्विक स्थिरता में योगदान मिलेगा।’’
वक्तव्य में कहा गया, ‘‘दोनों नेताओं ने सीमापार आतंकवाद सहित सभी तरह के आतंकवाद की पुरजोर निंदा की और द्विपक्षीय एवं बहुपक्षीय तंत्रों के माध्यम से इस खतरे से निपटने में सहयोग करने पर सहमति व्यक्त की।’’
संयुक्त वक्तव्य में कहा गया कि नेताओं ने सूचना और खुफिया जानकारी साझा करने, अनुभवों, सर्वोत्तम तौर तरीकों और प्रौद्योगिकियों के विकास एवं आदान-प्रदान, क्षमता निर्माण में सहयोग बढ़ाने तथा ‘‘कानून प्रवर्तन, धन शोधन निरोधक, मादक पदार्थों की तस्करी, साइबर अपराध और अन्य अंतरराष्ट्रीय अपराधों को रोकने में सहयोग को मजबूत करने’’ पर भी सहमति व्यक्त की।
उन्होंने आतंकवाद, कट्टरपंथ और सामाजिक सद्भाव को बिगाड़ने के लिए साइबरस्पेस के इस्तेमाल को रोकने सहित साइबर सुरक्षा में सहयोग को बढ़ावा देने के तरीकों और साधनों पर भी चर्चा की।
इससे पहले, प्रधानमंत्री मोदी और कतर के अमीर ने व्यापार, निवेश, प्रौद्योगिकी, ऊर्जा और लोगों से लोगों के संबंधों पर ध्यान केंद्रित करते हुए भारत-कतर संबंधों को ‘‘रणनीतिक साझेदारी’’ के स्तर तक ले जाने का फैसला किया। विदेश मंत्रालय ने कहा कि उन्होंने आपसी हितों से जुड़े ‘‘क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों’’ पर भी चर्चा की।
भाषा आशीष माधव
माधव
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.