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Monday, 23 December, 2024
होमदेशसीएए पर पीएम मोदी ने कहा- मेरे पुतले जलाओ, उसे जूते मारो पर देश की संपत्ति मत जलाओ

सीएए पर पीएम मोदी ने कहा- मेरे पुतले जलाओ, उसे जूते मारो पर देश की संपत्ति मत जलाओ

सीएए पर बोलते हुए पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस ने छुपे-चोरी कहा कि कौआ कान लेकर जा रहा है और एक आबादी ने मान लिया.

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नई दिल्ली: दिल्ली विधानसभा के मद्देनज़र देश की राजधानी दिल्ली के रामलीलाल मैदान में रविवार को हुई ‘धन्यवाद रैली’ में पीएम नरेंद्र मोदी ने अपने भाषण की शुरुआत ‘भारत माता की जय’ के नारे के साथ की. इस दौरान उन्होंने रैली में मौजूद लोगों से ‘विविधता में एकता-भारत के विशेषता’ जैसे भी नारे लगवाए.

इस दौरान सीएए पर हो रहे विरोध प्रदर्शनों पर उन्होंने कहा, ‘मोदी का पुतला लेकर उसपर जितने चाहे जूते मारो, उसे जला दो…जितना गुस्सा है वो मोदी निकालों लेकिन लोगों की संपत्ति में आग़ मत लगाओ.’ पुलिस पर हुए हमले पर उन्होंने विपक्ष को घेरा और कहा कि पुलिस वालों को ड्यूटी के दौरान हिंसा का सामना करना पड़ रहा है उससे क्या मिलेगा.

उन्होंने कहा कि सीएए भारत के किसी हिंदू या मुसलमान के लिए है ही नहीं. ये संसद में बोला गया है और संसद में झूट नहीं बोला जाता. उन्होंने कहा, ‘एनआरसी कांग्रेस के ज़ामने में आया था. हम नहीं लेकर आए. एनआरसी के नाम पर हउआ खड़ा किया जा रहा है.’

पीएम ने हलमा करते हुए कहा, ‘ये लोग अपनी राजनीति के लिए किसी हद तक जा रहे हैं.’ उन्होंने डिप्टी सीएम सिसोदिया पर अप्रत्यक्ष हमला करते हुए फे़क वीडियो शेयर करने का आरोप लगाया. आपको बता दें कि जामिया में हुई हिंसा के दौरान सिसोदिया ने ऐसा एक वीडियो शेयर किया था जिसमें कहा गया था कि दिल्ली पुलिस बस में आग़ लगा रही है.

इस दौरान उन्होंने सिटीज़नशिप अमेंडमेंड बिल पास कराने की जानकारी देते हुए कहा कि इस कानून के लिए देश की संसद का सम्मान किया जाना चाहिए, देश की जनता द्वारा चुनी गई सरकार का सम्मान किया जाना चाहिए और पूरी ताकत से सम्मान किया जाना चाहिए.

उन्होंने कहा, ‘मैं भी सबके साथ जुड़कर लोकतंत्र के मंदिर को प्रणाम करता हूं और इस कानून को पास करने वालों का अभिनंदन और धन्यवाद करता हूं.’ उन्होंने कहा कि इस बिल के पास होने के बाद कुछ राजनीति दल लोगों की भावनाएं को भड़का रहे हैं.

उन्होंने कहा, ‘मैं इस पर भ्रम फैलाने वालों से पूछना चाहता हूं कि क्या जब हमने दिल्ली की सैंकड़ों कॉलनियों को वैद्य करने का काम किया तो हमने किसी से पूछा था कि लोगों का धर्म क्या है, उनकी जाति क्या है, वो किसी पार्टी के वोटर हैं.’ उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने किसी से नहीं कहा कि 1970, 1980, 1990 के दस्तावेज लाओ.

सबका साथ सबका विकास

उन्होंने कहा कि इस योजना का लाभ हिंदुओं, मुसलमानों, सिखों और इसाईयों सबको मिला और मोदी सरकार सबका साथ, सबका विश्वास और सबका विकास में भरोसा रखती है. उन्होंने कहा कि केंद्र अधिकार देने वाले कानून बना रहा है और ये कह रहे हैं कि अधिकार छीनने वाले कानून बनाए जा रहे हैं.

उन्होंने कहा कि उनके काम की पड़ताल की जानी चाहिए और किसी एक धर्म की बू आने पर सामने लाकर रख दिया जाना चाहिए. उन्होंने कहा, ‘आज मैं देश को बताना चाहता हूं कि जब हमने उज्जवला के तहत आठ करोड़ से ज़्यादा परिवारों को गैस दिया तो हमने ना तो किसी से पहचान पूछी और ना दस्तावेज मांगे.’

इसके बाद उन्होंने कांग्रेस और उसकी तरह की पार्टियों पर देश को बांटने की राजनीति करने का आरोप लगाया. उन्होंने दावा किया कि पिछले पांच सालों में केंद्र सरकार ने डेढ़ करोड़ से अधिक लोगों का घर बनाया लेकिन किसी का धर्म या जाति नहीं पूछी, बस ग़रीब की ग़रीबी को देखा.

उन्होंने कहा कि कागज़ के नाम पर मुसलमानों को भ्रमित किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि इस सरकार ने योजना लागू करने के दौरान कागज़ की बंदिशें नहीं लगाईं. उन्होंने आयुषमान भारत दिल्ली में नहीं लागू किए जाने पर केजरीवाल सरकार पर हमला बोला और कहा कि देश भर में इससे 70 लाख़ लोगों को लाभ मिला.

उन्होंने कहा कि इस योजना में भी किसी का धर्म नहीं पूछा गया, बावजूद इसके देश ही नहीं दुनिया भर में झूठ फैलाया जा रहा है और भारत को बदनाम किया जा रहा है. उन्होंने विपक्षियों पर दिल्ली समेत देश भर में अराजकता फैलाने के आरोप लगाए और कहा, ‘मैं ऐसे लोगों को कहना चाहता हूं कि पहली बार मुझे देश की जनता ने जिताकर भेजा तो मेरे विरोधियों ये समझ नहीं आया और दोबारा मुझे हराने के लिए तमाम ताकतें लगा दीं फिर भी देश की जनता ने पहले से ज़्यादा आशीर्वाद दिया.’

दिल्ली चुनाव पर नज़र

रैली को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा, ‘जीवन से जब अनिश्चितता हट जाती है तो उसका प्रभाव क्या होता है ये मैं यहां आए लोगों के चेहरे पर देख रहा हूं.’ उन्होंने ये बात दिल्ली की अनधिकृत कॉलनियों का अधिकृत बनाए जाने के संर्दभ में कही.

उन्होंने कहा कि पीएम उदय योजना के माध्यम से लोगों को अपना घर, अपनी ज़मीन पर सपूर्ण अधिकार मिला. इसके लिए उन्होंने दिल्ली के लोगों को बधाई दी. उन्होंने विपक्ष पर हमला करते हुए ये आरोप लगाया कि विपक्ष ने लोगों को उनका अधिकार मिलने के राह में रोड़े अटकाए थे.

उन्होंने कहा, ‘अनाधिकृत, सीलिंग और कटऑफ़ डेट जैसे शब्दों के आस-पास दिल्ली के लोगों का जीवन सिमट गया था.’ उन्होंने कहा कि चुनाव आने पर इन घरों पर चलने वाले बुलडोज़र रुक जाते थे और चुनाव समाप्त होने के बाद ये चलने लगते थे.

उन्होंने अरविंद केजरीवाल पर बिना नाम लेते हुए हमला किया और कहा कि लोग इस काम के लिए 2021 तक का समय मांग रहे थे. उन्होंने कहा, ‘ऐसे लोग बेशर्म होकर कहते हैं कि 2021 से पहले ऐसा नहीं कर सकते. ऐसे लोगों को मैंने कहा कि ऐसा नहीं चलेगा, मैं चलने नहीं दूंगा.’

उन्होंने कहा कि इसलिए ये सारी प्रक्रिया उन्होंने अपने हाथ में ले ली और लोकसभा और राज्यसभा दोनों ही सदनों में अनाधिकृत कॉलनियों से जुड़ा बिल पास कराया जा चुका है. पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा, ‘इतने कम समय में तकनीक की मदद से इन कॉलनियों की बाउंड्री को चिन्हित करने का काम किया जा सका है.’

उन्होंने कहा कि 1200 से ज़्यादा कॉलनियों के नक्शे पोर्टल पर डाले जा चुके हैं. पीएम मोदी ने कहा कि समस्याओं को लटकाए रखना उनके संस्कार और उनकी राजनीति का रास्ता नहीं है. फिर एक बार सीएम केजरीवाल पर अप्रत्यक्ष हमला करते हुए कहा, ‘जिनके पास आप लोगों के घर का ज़िम्मा था वो क्या कर रहे थे.’

उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि दिल्ली के पॉश इलाकों में कारोबरियों को 2000 बंगले अवैध तरीके से दिए और उससे नेताओं को क्या फायदा मिला, उस कहानी में वो नहीं जाना चाहते. उन्होंने विपक्ष पर हमला करते हुए कहा, ‘उन्होंने तो अवैध कॉलनियों के लिए कुछ किया नहीं और मैं कर रहा था तो रोड़े अटका रहे थे.’

इसके बाद पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि विपक्ष को पता नहीं था कि मोदी है…और इसके बाद भीड़ से आवाज़ आने लगी ‘तो मुमकिन है.’ उन्होंने दावा किया कि अवैध तरीके से दिए गए 2000 बंगले खाली कराए गए और 40 लाख आम लोगों को उनका घर दिलवाया.

दिल्ली सरकार पर हमलावर

उन्होंने ये भी कहा कि विपक्ष का वीआईपी चाहे जो हो, उनका वीआईपी आम जनता है. इस बीच उन्होंने दिल्ली मेट्रो के अभूतपूर्व विस्तार का भी दावा किया और कहा कि 2014 से पहले दिल्ली मेट्रो का औसतन विस्तार 14 किलोमीटर का था.

केजरीवाल सरकार पर हमला करते हुए उन्होंने कहा कि मोदी सरकार के दौर में हर साल 25 किलोमीटर नया रूट बन रहा है. उन्होंने कहा, ‘दिल्ली मेट्रो के फेज़ 4 को लेकर अगर दिल्ली सरकार राजनीति और मुसीबत पैदा करने का काम नहीं करती तो इसका काम काफ़ी पहले शुरू हो गया होता.’

पीएम मोदी ने दिल्ली में बसों की बदहाली का भी मुद्दा उठाया और कहा कि उनकी सरकार ने एक्सप्रेस वे को पूरा करने का काम किया और कहा कि इसके बन जाने से 30-40 हज़ार ट्रक दिल्ली में आए बगैर निकल जाते हैं. उन्होंने दावा किया कि इससे दिल्ली में ट्रैफिक और प्रदूषण की समस्या कम हुई है.

प्रदूषण के लिए किए गए प्रयासों पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि दिल्ली के आधे उद्योंगों को पीएनजी आधारित कर दिया गया है. पराली जलाने के लिए उन्होंने पड़ोसी राज्यों को मदद का दावा किया. उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार यहां की सबसे बड़ी समस्या पर आंख बंद करके बैठी है.

उन्होंने कहा, ‘दिल्ली सरकार यहां की सबसे बड़ी समस्या पर आंख मूंदे बैठी है.’ उन्होंने कहा कि इनकी मानें तो पूरी दिल्ली में साफ़ पानी आता है और हमला करते हुए कहा कि स्थिति ठीक इसके उलट है. उन्होंने कहा कि दिल्ली में सबसे ज़्यादा वॉटर प्यूरिफायर विकता है.

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