नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को शुरू हो रहे संसद के मानसून सत्रसे पहले उम्मीद जताई कि संसद एक स्वर में यह संदेश देगी कि वह हमारी सीमाओं की रक्षा करने वाले सैनिकों के साथ एकजुटता दिखाएगी.
पीएम ने कहा कि आज जब हमारे वीर जवान सीमा पर डटे हुए हैं, बड़ी हिम्मत, जज़्बे, बुलंद हौंसलों के साथ दुर्गम पहाड़ियों में पर संघर्ष कर रहे, वहां विश्वास के साथ खड़े हैं, मातृभूमि की रक्षा में लगे इन सैनिकों के लिए सदन भी एक स्वर से संदेश देगा कि सेना के जवानों के पीछे देश खड़ा है.
I believe that all members of the Parliament will give an unequivocal message that the country stands with our soldiers: Prime Minister Narendra Modi
#MonsoonSession pic.twitter.com/9IWJqjpopK— ANI (@ANI) September 14, 2020
संसद का मानसून सत्र शुरू होने से पहले मीडिया को दिये आने बयान में मोदी ने लद्दाख में चीन के साथ चल रहे सीमा गतिरोध के स्पष्ट संदर्भ में कहा कि भातीय सैनिक कठिन पहाड़ी इलाकों में बहादुरी के साथ अपना कर्तव्य निभा रहे हैं.
उन्होंने कहा कि संसद में कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा होगी, जितनी चर्चा होगी, उतना ही अच्छा है. उन्होंने कहा, ‘मुझे विश्वास है कि सभी सांसद सामूहिक रूप से कई विषयों पर विचार-विमर्श करेंगे.’
कोविड महामारी का जिक्र करते हुए उन्होंनें कहा कि संसद सत्र विशेष परिस्थितियों में आयोजित किया जा रहा है और सांसदों ने कोविड काल में अपनी ड्यूटी करने का फैसला किया.
उन्होंने कहा कि कोविड-19 से बचाव के लिए सभी उपाय अपनाये जायेंगे.
उन्होंने कहा कि वायरस का टीका मिलने तक कोई ‘ढिलाई’ नहीं बरती जा सकती है.
(भाषा के इनपुट्स के साथ)