नयी दिल्ली, चार अप्रैल (भाषा) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने थाईलैंड के राजा महा वजिरालोंगकोर्न को ‘ध्यान मुद्रा’ में पीतल की सारनाथ बुद्ध प्रतिमा और रानी को जरी से कढ़ाई की गई रेशमी शॉल भेंट की। अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
मोदी ने थाईलैंड की प्रधानमंत्री पैतोंगतार्न शिनवात्रा को पीतल का डोकरा मोर तथा उनके पति को चांदी-सोने से बना ‘कफलिंक’ उपहार में दिया।
अधिकारियों ने बताया कि मोदी ने थाईलैंड के पूर्व प्रधानमंत्री थाकसिन शिनावात्रा को पीतल निर्मित और मोर व दीये से युक्त पात्र उपहार में दिया।
उन्होंने बताया कि सारनाथ बुद्ध की पीतल की मूर्ति बौद्ध आध्यात्मिकता और भारतीय शिल्प कौशल का एक अद्भुत प्रतिनिधित्व है, जो सारनाथ शैली से प्रेरित है।
अधिकारियों ने बताया कि बिहार में बनी यह मूर्ति अपनी शांत अभिव्यक्ति, जटिल रूप से विस्तृत वस्त्र और प्रतिष्ठित कमल आसन के साथ गुप्त और पाल कला परंपराओं को दर्शाती है।
उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश, विशेषकर वाराणसी में बनने वाली रेशमी शॉल भारत की समृद्ध बुनाई परंपरा का उत्कृष्ट नमूना है।
अधिकारी ने बताया कि बेहतरीन रेशम से निर्मित इस शॉल में ग्रामीण जीवन, दैवीय उत्सवों और प्रकृति को दर्शाने वाली जटिल आकृतियां हैं, जो भारतीय लघुचित्र और पिछवाई कला से प्रेरित हैं।
उन्होंने बताया कि छत्तीसगढ़ की आदिवासी कला का नमूना डोकरा पीतल का मोर पारंपरिक भारतीय धातु शिल्प का एक अद्भुत उदाहरण है।
भाषा धीरज सुरेश
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