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रविवार, 18 मई, 2025
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उत्तर प्रदेश में एक से सात जुलाई तक चलेगा पौधरोपण का अभियान : मुख्यमंत्री योगी ने दिए निर्देश

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लखनऊ, 17 मई (भाषा) उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर एक से सात जुलाई तक 35 करोड़ पौधरोपण के लिए अभियान चलेगा। शनिवार को जारी एक आधिकारिक बयान में यह जानकारी दी गई।

बयान में कहा गया है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि पर्यावरण संरक्षण केवल शासन की नहीं, बल्कि समाज की सामूहिक जिम्मेदारी है। वर्ष 2030 तक प्रदेश के हरित आवरण को बढ़ाकर 20 प्रतिशत तक करने का हमारा लक्ष्य तभी सफल होगा जब वृक्षारोपण जनांदोलन का स्वरूप ले।

उन्होंने निर्देश दिए कि आगामी एक से सात जुलाई के बीच वृहद पौधरोपण अभियान पूरी तैयारी, समन्वय और जनभागीदारी के साथ संचालित किया जाए। इसके अंतर्गत वर्ष 2025 में 35 करोड़ पौधरोपण का लक्षित अभियान चलेगा। मुख्यमंत्री ने शनिवार को पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग तथा उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक को संबोधित किया।

बयान के अनुसार, उन्होंने विभागीय मंत्रियों को पौधरोपण अभियान की पूर्व तैयारी की गहन समीक्षा करने और अभियान की सफलता के लिए न्यूनतम 50 करोड़ पौधों की नर्सरी तैयार रखने के निर्देश दिए। उन्होंने यह भी कहा कि रोपे जाने वाले पौधों में अधिकतम जैव विविधता सुनिश्चित की जाए – फलदार, छायादार, औषधीय और इमारती पौधों का संतुलित समावेश हो। प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री आवास योजनाओं के सभी लाभार्थियों सहित ‘जीरो पॉवर्टी’ की श्रेणी में चिह्नित प्रत्येक परिवार को ‘सहजन’ का पौधा प्रदान किया जाए।

बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में एक व्यापक ‘नदी पुनरोद्धार अभियान’ शुरू किया जा रहा है। इसके तहत राज्य की प्रमुख नदियों के दोनों किनारों पर वृक्षारोपण किया जाएगा। साथ ही सभी निर्माणाधीन, प्रस्तावित तथा क्रियाशील एक्सप्रेसवे के दोनों ओर की खाली भूमि पर नियोजित वृक्षारोपण कराया जाएगा। उन्होंने नेपाल से आने वाली नदियों में अत्यधिक सिल्ट की समस्या को गंभीर बताया।

सतत विकास की अवधारणा को जनमानस से जोड़ने के लिए मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि प्रदेश के सभी ग्राम पंचायतों एवं नगरीय निकायों में ‘ग्रीन चौपाल’ का आयोजन किया जाए।

उन्होंने कहा कि इसके माध्यम से पर्यावरण-अनुकूल जीवनशैली को अपनाने, कृषि वानिकी तथा टिकाऊ कृषि मॉडल को प्रोत्साहित करने और पारंपरिक पर्यावरणीय ज्ञान को पुनर्स्थापित करने के प्रयास हों। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि प्रत्येक गांव में कम-से-कम एक ‘ग्राम-वन’ की स्थापना अनिवार्य रूप से सुनिश्चित की जाए। ‘ग्रीन चौपाल’ की संरचना और क्रियान्वयन की विस्तृत कार्ययोजना शीघ्र तैयार की जाए।

भाषा आनन्द सुरभि

सुरभि

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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