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Saturday, 4 May, 2024
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कोरोनावायरस के लक्षण दिखने पर लोग खुद भी मंत्रालय से संपर्क करें: हर्षवर्धन

स्वास्थ्य मंत्रालय ने ट्वीट कर बताया कि कारोना वायरस के संक्रमण की जांच के लिये राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान, पुणे (एनआईवी) के अलावा चार अन्य प्रयोगशालाओं को सक्रिय किया है. इनमें आईसीएमआर की अलप्पी, बेंगलुरु, हैदराबाद और मुंबई स्थित प्रयोगशाला शामिल हैं.

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नई दिल्ली: केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने देश में अभी तक एक भी संदिग्ध मरीज में कोरोना वायरस के संक्रमण की पुष्टि नहीं होने की जानकारी देते हुये मंगलवार को देशवासियों से संक्रमण के संभावित लक्षण उभरने पर स्वयं सरकार द्वारा शुरु की गयी हेल्पलाइन पर संपर्क करने की अपील की है जिससे उन्हें तत्काल जांच एवं इलाज संबंधी यथोचित सुविधायें मुहैया करायी जा सकें.

डॉ हर्षवर्धन ने सोशल मीडिया के माध्यम से अपने संदेश में कहा कि इस साल एक जनवरी के बाद चीन यात्रा से लौटे लोग, इस अवधि में चीन के लोगों के संपर्क में आने वाले लोग और कोरोना वायरस के संभावित लक्षणों को महसूस करने वाले लोगों से मंत्रालय द्वारा शुरु की गयी हेल्पलाइन पर स्वयं संपर्क करने का आह्वान किया. उन्होंने कहा कि ऐसा प्रत्येक व्यक्ति खांसी, जुकाम, बुखार और सांस लेने में तकलीफ जैसे लक्षण महसूस होने पर हेल्पलाइन पर तत्काल संपर्क करे.

उन्होंने कारोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए अब तक किये गए उपायों की जानकारी देते हुये बताया कि इस वायरस के संक्रमण की ‘थर्मल जांच’ के दायरे में देश के 20 हवाईअड्डों को शामिल किया जायेगा. अभी इसके दायरे में सात हवाईअड्डे (नयी दिल्ली, कोलकाता, मुंबई, चेन्नई, बेंगलुरु, हैदराबाद और कोच्चि) शामिल हैं.

स्वास्थ्य मंत्रालय ने ट्वीट कर बताया कि कारोना वायरस के संक्रमण की जांच के लिये राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान, पुणे (एनआईवी) के अलावा चार अन्य प्रयोगशालाओं को सक्रिय किया है. इनमें आईसीएमआर की अलप्पी, बेंगलुरु, हैदराबाद और मुंबई स्थित प्रयोगशाला शामिल हैं.

डॉ हर्षवर्धन ने कहा कि 2014 में जिस तरह से हमने सर्तकता बरतते हुये इबोला वायरस को भारत में प्रवेश करने से रोका था उसी प्रकार कोरोना वायरस को रोकने के लिये हमने हरसंभव उपाय किये हैं. इसका नतीजा है कि अभी तक देश में इस वायरस के संक्रमण का एक भी मामला सामने नहीं आया है.

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कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के बारे में मंत्रालय के अधिकारियों के साथ बैठक के बाद डा. हर्षवर्धन ने बताया कि अब तक लगभग 35 हजार यात्रियों की विभिन्न हवाईअड्डों पर थर्मल स्क्रीनिंग से जांच की जा चुकी है. साथ ही 20 लोगों की कोरोना वायरस से संक्रमण की भी जांच की जा चुकी है और इन सभी में वायरस का संक्रमण नहीं होने की पुष्टि हुई है.

उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस के संक्रमण से जूझ रहे चीन में मौजूद भारतीय नागरिकों की स्वदेश वापसी के लिये विदेश मंत्रालय चीन सरकार के संपर्क में है. स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि उन्होंने सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों को भी पत्र लिखकर उनके राज्य में स्थिति से निपटने की तैयारियों का जायजा लेने का अनुरोध किया है.

इस बीच हाल ही में चीन की यात्रा से लौटे तीन लोगों को कोरोना वायरस के संक्रमण की आशंका के मद्देनजर दिल्ली स्थित राममनोहर लोहिया अस्पताल में निगरानी में रखा गया है. अस्पताल की चिकित्सा अधीक्षक डॉ. मीनाक्षी भारद्वाज ने मंगलवार को बताया कि 24 से 48 साल की उम्र वाले तीनों व्यक्तियों को सोमवार को अस्पताल में भर्ती करवाया गया था. इनके नमूनों को परीक्षण के लिए पुणे स्थित आईसीएमआर-एनआईवी प्रयोगशाला में भेजा गया है.

उन्होंने बताया कि इनमें से दो व्यक्ति दिल्ली एनसीआर क्षेत्र से है. तीनों व्यक्ति सर्दी, जुकाम और बुखार समेत सांस लेने में तकलीफ होने पर जांच करवाने के लिये अस्पताल पहुंचे थे. भारद्वाज ने बताया कि दो मरीज एक हफ्ते पहले ही चीन से लौटे थे और तीसरा मरीज एक महीने पहले वहां से आया था.

इस दौरान मंत्रालय ने राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केन्द्र की हेल्पलाइन (+91-11-23978046) सेवा शुरु कर दी है.

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