(सुमीर कौल)
श्रीनगर, 25 मई (भाषा) खतरों और चरमपंथी तत्वों का सामना करते हुए आईनॉक्स सिनेमा शुक्रवार को फिल्म ‘वेलकम टू कश्मीर’ को रिलीज करने के लिए तैयार है, जो कश्मीरियों पर अपनी तरह की पहली फिल्म है और इसमें घाटी के कलाकारों ने अभिनय किया है।
फिल्म ‘वेलकम टू कश्मीर’ की रिलीज पर खुशी जताते हुए थियेटर मालिक विकास धर ने कहा कि कश्मीर के लोग बड़े पर्दे पर फिल्म देखना चाहते हैं।
आतंकवादी समूहों द्वारा श्रीनगर में थिएटर पर प्रतिबंध लगा देने या उनमें से अधिकांश को जला देने के लगभग 32 साल बाद विकास ने शहर में सिनेमा हॉल स्थापित कर अपने पिता और प्रमुख शिक्षाविद् विजय धर के सपने को पूरा किया है।
धर (56) ने ‘पीटीआई वीडियो’ सेवा के साथ साक्षात्कार में कहा, ‘‘तथ्य यह है कि कश्मीर के लोगों ने बड़े पर्दे की वापसी को स्वीकार कर लिया है… लोग सिनेमाघरों में आ रहे हैं और यहां फिल्म देख रहे हैं। मैं नहीं जानता कि एक व्यावसायिक निर्णय के रूप में यह कितना अच्छा है, लेकिन ऐसा लगता है कि एक सपना सच हो गया।’’
थिएटर मालिक ने फिल्म उद्योग के कश्मीर के साथ लंबे समय से चले आ रहे संबंधों का भी जिक्र किया।
धर ने कहा कि मशहूर अभिनेता शम्मी कपूर की अस्थियां डल झील में विसर्जित की गईं। कपूर ने 1964 की हिंदी फिल्म ‘‘कश्मीर की कली’’ के गाने ‘‘दीवाना हुआ बादल’’ और ‘‘तारीफ करूं क्या उसकी’’ की शूटिंग प्रसिद्ध डल झील में की थी। उन्होंने 1961 की फिल्म ‘जंगली’ की शूटिंग भी घाटी में की थी।
शुक्रवार को रिलीज होने वाली फिल्म ‘‘वेलकम टू कश्मीर’’ का निर्देशन तारिक भट ने किया है। फिल्म में मतीना राजपूत और अहमद साहब जैसे नये कलाकारों ने अभिनय किया है। यह फिल्म एक लड़की के इर्द-गिर्द घूमती है, जो कश्मीर में महिला सशक्तीकरण और महिला सुरक्षा के लिए काम करने का सपना देखती है।
भाषा शफीक दिलीप
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