नयी दिल्ली, 26 मार्च (भाषा) केंद्रीय मंत्री राजकुमार रंजन सिंह ने शनिवार को कहा कि भारत के किसी भी कोने के लोगों को देश में कहीं भी असहज या अवांछित महसूस नहीं करना चाहिए और उन्हें सहजता से घुलना-मिलना चाहिए।
विदेश राज्य मंत्री सिंह ने राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) और ब्यूरो ऑफ पुलिस रिसर्च एंड डेवलपमेंट द्वारा ‘नस्ली विविधता जागरूकता’ विषय पर आयोजित एक कार्यक्रम में यह बात कही।
उन्होंने कहा, ‘‘भारत के किसी भी कोने के किसी भी व्यक्ति को देश में कहीं भी असहज या अवांछित महसूस नहीं करना चाहिए। लोगों को इस भावना के साथ सहजता से घुलना-मिलना चाहिए कि वे सभी भारतीय हैं। प्रत्येक व्यक्ति को दूसरों द्वारा सम्मान, गरिमा और समझ के साथ स्वीकार किया जाना चाहिए। ’’
सिंह ने कहा कि रूढ़ीवाद से बचने की जरूरत है।
एनसीडब्ल्यू की आयोग रेखा शर्मा ने कहा कि भारत अपनी विविधताओं का लेकर एक सुंदर देश है, लेकिन इसका यह मतलब नहीं है कि किसी को खुद को दूसरों के लिए बदल देना चाहिए।
उन्होंने कहा, ‘‘आप अपने ही धर्म में रह सकते हैं और इसके अंदर शादी भी कर सकते हैं। लेकिन समाज में कहीं-कहीं असमानता व्याप्त है और यहां तक कि मीडिया सिर्फ नकारात्मक चीजें देखती है और हिंदुओं एवं मुसलमानों के बीच झगड़े को दिखाती है, लेकिन उनके एकसाथ खुशीपूर्वक रहने को नहीं दिखाती है।’’
शर्मा ने कहा, ‘‘पुलिस भी एक अहम भूमिका निभाती है। पुलिस को नस्ली विविधता के विषय में संवेदनशील बनाना बहुत जरूरी है। जांच अधिकारी (आईओ) को खासतौर पर संवेदनशील बनाने की जरूरत है और यह ज्यादातर देखा गया है कि उनके बर्ताव के चलते ही महिलाएं समस्या का सामना कर रही हैं। ’’
सिंह ने कहा कि पुलिस के साथ-साथ लोगों को भी भारत की विविधता के बारे में जागरूक करने की जरूरत है।
मंत्री ने कहा, ‘‘हर हितधारक को इस सांस्कृतिक अंतराल को पाटने के लिए पहल करनी चाहिए। ’’
भाषा
सुभाष पवनेश
पवनेश
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