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Wednesday, 19 February, 2025
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नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भगदड़ में 18 लोगों की मौत, उच्चस्तरीय जांच के आदेश

नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भगदड़ में घायल हुए लोगों को एलएनजेपी अस्पताल ले जाया गया है. रेल मंत्रालय ने अभी तक हताहतों की संख्या की पुष्टि करते हुए आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है.

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नई दिल्ली: रेल मंत्रालय ने एक उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिए हैं, क्योंकि शनिवार रात करीब 10 बजे नई दिल्ली रेलवे स्टेशन (NDLS) पर मची भगदड़ में कम से कम 18 लोगों की मौत हो गई. रेलवे के पुलिस उपायुक्त (DCP) केपीएस मल्होत्रा ने दिप्रिंट को पुष्टि की कि इस घटना में कम से कम 18 लोगों की जान गई है.

दिल्ली पुलिस को NDLS से पहली आपातकालीन कॉल रात 9:55 बजे मिली.

DCP मल्होत्रा ने बताया कि प्लेटफॉर्म 14 पर प्रयागराज एक्सप्रेस के होने के कारण भारी भीड़ जमा हो गई थी. “स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस और भुवनेश्वर राजधानी में देरी हो रही थी, और इन ट्रेनों के यात्री भी प्लेटफॉर्म 12, 13 और 14 पर मौजूद थे… प्लेटफॉर्म 14 और प्लेटफॉर्म 16 के पास एस्केलेटर के पास भगदड़ मची,” उन्होंने दिप्रिंट को बताया.

NDRF personnel at NDLS in early hours of Sunday | Manisha Mondal | ThePrint
रविवार की सुबह एनडीएलएस में एनडीआरएफ के जवान | मनीषा मोंडल | दिप्रिंट

“सीएमआई के अनुसार, हर घंटे 1,500 जनरल टिकट रेलवे द्वारा बेचे गए, जिससे स्टेशन पर भीड़ बेकाबू हो गई,” DCP ने कहा.

राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) के कमांडेंट दौलत राम चौधरी, जो अपनी टीम के साथ NDLS पर राहत कार्यों के लिए मौजूद थे, ने रविवार तड़के मीडिया को बताया, “…स्थिति अब नियंत्रण में है। घायलों को निकाल लिया गया है…”

Passengers onboard a special train at NDLS, Sunday | Manisha Mondal | ThePrint
रविवार को नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर एक विशेष ट्रेन में सवार यात्री | मनीषा मोंडल | दिप्रिंट

रेल मंत्रालय के अनुसार, चार विशेष ट्रेनों के संचालन से भीड़ को नियंत्रित कर स्थिति को सामान्य किया गया.

एक अलग बयान में, लोक नायक अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि मरने वालों में तीन बच्चे भी शामिल हैं और 10 अन्य अस्पताल में इलाज करा रहे हैं.

Ambulance at LNJP hospital in early hours of Sunday | Praveen Jain | ThePrint
रविवार तड़के एलएनजेपी अस्पताल में एम्बुलेंस | प्रवीण जैन | दिप्रिंट

हालांकि, रेल मंत्रालय द्वारा अभी तक आधिकारिक बयान में हताहतों की संख्या की पुष्टि नहीं की गई है, लेकिन एक पहले के बयान में कहा गया था कि नई दिल्ली रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म 13 और 14 के पास रात 10 बजे के आसपास “अभूतपूर्व भीड़भाड़ की स्थिति” बन गई थी, जिसके दौरान “कुछ यात्री बेहोश हो गए,” जिससे अफवाहें फैलीं और भगदड़ जैसी स्थिति बन गई.

रेलवे बोर्ड के सूचना एवं प्रचार निदेशक दिलीप कुमार ने समाचार एजेंसी ANI को बताया कि “नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर आज यात्रियों की संख्या अपेक्षाकृत अधिक थी.” उन्होंने यह भी जोड़ा कि इस दुखद घटना के मद्देनजर स्टेशन में प्रवेश को कुछ समय के लिए ‘ब्लॉक’ करने का निर्णय लिया गया, “लेकिन अब स्थिति नियंत्रण में है.” कुमार ने यह भी कहा कि इस घटना की जांच के लिए दो सदस्यीय उच्चस्तरीय समिति का गठन किया गया है.

Police personnel at NDLS following stampede | Manisha Mondal | ThePrint
भगदड़ के बाद एनडीएलएस में मौजूद पुलिसकर्मी | मनीषा मोंडल | दिप्रिंट

गवाहों ने क्या बताया

मौके पर मौजूद कौशल्या देवी ने दिप्रिंट को बताया, “जैसे ही ट्रेन आई, लोग अचानक उसकी तरफ दौड़ पड़े और मैंने देखा कि दो बच्चे लगभग गिरने ही वाले थे.” गुरुग्राम निवासी कौशल्या देवी अपने परिवार के सात सदस्यों, जिनमें तीन बच्चे शामिल थे, के साथ प्रयागराज जा रही थीं. बाद में, उन्होंने महाकुंभ में शामिल होने के लिए प्रयागराज जाने वाली एक विशेष ट्रेन पकड़ी.

एक अन्य गवाह बिमला ने बताया कि वह रात 9:30 बजे नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पहुंची थीं. दिप्रिंट से बात करते हुए उन्होंने कहा, “जब हम स्टेशन पहुंचे, तब ही पहले से इतनी भीड़ थी कि सांस लेना भी मुश्किल हो रहा था.”

उन्होंने आगे कहा, “ट्रेन रात 10:50 बजे आने वाली थी. बच्चों के शव देखने के बाद हम तुरंत दूसरे प्लेटफॉर्म की ओर भागे। बाद में, हमने लोगों को एंबुलेंस में ले जाते हुए देखा.”

24 वर्षीय खुशबू, जो अपने शिशु के साथ शादी में शामिल होने के लिए पटना जा रही थीं, ने दिप्रिंट को बताया, “अचानक, करीब रात 8 बजे सीढ़ियों पर जबरदस्त भीड़ बढ़ने लगी.” उन्होंने बताया कि वह अपनी ट्रेन नहीं पकड़ पाईं और जब भीड़भाड़ की स्थिति भगदड़ में बदल गई, तो उनका एक बैग, जिसमें 25,000 रुपये के ज़ेवर थे, खो गया.

एक चौथी गवाह, जिन्होंने अपना नाम उजागर नहीं किया, ने बताया कि उन्हें उत्तर प्रदेश के बलिया जाने के लिए ट्रेन पकड़नी थी, लेकिन हालात बिगड़ गए. उन्होंने कहा, “अगर रेलवे महाकुंभ में जाने वालों के लिए विशेष ट्रेनें चला रहा है, तो उन्हें अन्य यात्रियों के लिए भी व्यवस्था करनी चाहिए थी, जो अब स्टेशन पर फंसे हुए हैं.”

प्रधानमंत्री मोदी और रेल मंत्री ने क्या कहा

जीवन की हानि पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में लिखा: “नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हुई भगदड़ से व्यथित हूं. मेरी संवेदनाएं उन सभी के साथ हैं जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया.”

रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने भी संवेदना व्यक्त की और ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा कि “पूरा दल इस दुखद घटना से प्रभावित सभी लोगों की सहायता करने के लिए काम कर रहा है.”

दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने कहा कि वह राहत कार्यों की निगरानी कर रहे हैं और उन्होंने मुख्य सचिव तथा पुलिस आयुक्त को राहत कार्यों के समन्वय के निर्देश दिए हैं.

सक्सेना और आम आदमी पार्टी विधायक और दिल्ली की कार्यवाहक मुख्यमंत्री आतिशी बाद में LNJP अस्पताल पहुंचे, जहां उन्होंने इलाज करा रहे घायलों का हाल जाना.

अस्पताल के बाहर मीडिया से बात करते हुए सक्सेना ने कहा कि फिलहाल नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर दिल्ली पुलिस के जवानों को तैनात किया गया है और ट्रेनों की आवाजाही अब सामान्य हो गई है.

इस बीच, कार्यवाहक मुख्यमंत्री आतिशी ने मीडिया को बताया, “…LNJP अस्पताल में 15 लोगों को मृत अवस्था में लाया गया था, और इतनी ही संख्या में घायलों को भी भर्ती किया गया है… दो शवों की अब तक पहचान नहीं हो सकी है.”

इस रिपोर्ट को अपडेट किया गया है.

(इस रिपोर्ट को अंग्रेज़ी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)


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