(अदिति)
लंदन, 26 जनवरी (भाषा) ब्रिटेन में आरोपों से जूझ रहे प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने पार्टीगेट मामले में बुधवार को इस्तीफा देने से इनकार कर दिया, लेकिन उन्होंने इस मामले में पुलिस जांच का स्वागत किया। जॉनसन ने कहा कि तथाकथित ‘पार्टीगेट’ घोटाले को लेकर पद छोड़ने को लेकर बढ़ते दबाव के बावजूद वह इस्तीफा नहीं देंगे।
जॉनसन ने कहा कि वर्ष 2020-21 के दौरान 10 डाउनिंग स्ट्रीट और अन्य सरकारी कार्यालयों में कथित लॉकडाउन के उल्लंघन से जुड़े तथाकथित ‘पार्टीगेट’ घोटाले को लेकर स्कॉटलैंड यार्ड की जांच का वह स्वागत करते हैं। इसके पहले लंदन मेट्रोपोलिटन पुलिस ने ऐलान किया था कि वह इस मामले में जांच कर रही है।
लेबर पार्टी के नेता कीर स्टार्मर ने मंत्री संबंधी आचार संहिता का उल्लंघन का आरोप लगाते हुए जॉनसन से पूछा कि क्या वह प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे रहे है। इस पर जॉनसन ने जवाब दिया- ’’नहीं।’’ स्टार्मर के अलावा विपक्ष के अन्य नेता भी इस्तीफे की मांग करते दिखे। इस बीच अपनी सरकार की उपलब्धियों को गिनाकर जॉनसन पार्टीगेट मामले से ध्यान भटकाने का प्रयास करते दिखे।
इसके पहले यह उम्मीद जताई जा रही थी कि पुलिस जांच से आंतरिक कैबिनेट कार्यालय की जांच रिपोर्ट आने में विलंब हो सकता है। लेकिन मंत्रियों ने बुधवार को संकेत दिया कि वरिष्ठ नौकरशाह सू ग्रे की अगुवाई में आंतरिक कैबिनेट कार्यालय की जांच रिपोर्ट तैयार है और इसे जल्द जारी किया जाएगा।
लेकिन अब सबसे ज्यादा ध्यान इस बात पर है कि क्या रिपोर्ट के नतीजों को पूरा प्रकाशित किया जाएगा। इसपर प्रधानमंत्री कार्यालय को फैसला लेना है। इसके पहले प्रधानमंत्री जॉनसन ने मंगलवार को कहा था कि उन्होंने कुछ हफ्ते पहले उन कार्यक्रमों को लेकर एक स्वतंत्र जांच के आदेश दिए थे, जिन्हें डाउनिंग स्ट्रीट, कैबिनेट कार्यालय और व्हाइटहॉल के अन्य विभागों में आयोजित किया गया था। इस जांच का मकसद यह पता लगाना है कि इन कार्यक्रमों में कोविड संबंधी नियमों का उल्लंघन हुआ था या नहीं।
जॉनसन ने कहा है कि वह इस मामले में मेट्रोपोलिटन पुलिस की ओर से जांच करने का स्वागत करते हैं, क्योंकि उन्हें उम्मीद है कि इससे जनता के सामने चीजें स्पष्ट हो सकेंगी। उन्होंने कहा कि इस मामले को स्पष्ट करने के लिहाज से यह जांच जरूरी और मददगार है। प्रधानमंत्री कार्यालय के प्रवक्ता ने एक बार फिर दोहराया कि ब्रिटिश प्रधानमंत्री नहीं मानते की उन्होंने कोई कानून तोड़ा है। प्रवक्ता ने कहा कि कोविड लॉकडाउन संबंधी किसी कानून के उल्लंघन पर कानूनी सुनवाई करने की बजाय तय जुर्माना नोटिस देते हैं या जुर्माना लगाया जाता है। यही वजह है कि ग्रे की रिपोर्ट प्रकाशित करने को किसी कानूनी जोखिम के रूप में नहीं देखा जा रहा है।
विपक्षी लेबर एंड स्कॉटिश नेशनल पार्टी (एसएनपी) ने सरकार से आश्वासन मांगा है कि उन्हें रिपोर्ट के प्रकाशन से पहले अग्रिम नोटिस दिया जाए ताकि वह इसकी पूरी तरह से जांच कर सकें। लेबर पार्टी के सांसद क्रिस ब्रायंट ने बीबीसी को बताया कि, ‘‘पूरी रिपोर्ट पूर्ण रूप से प्रकाशित की जानी चाहिए – निष्कर्ष और कामकाज दोनों लिहाज से। चिंता की बात यह है कि इस समय अधिकांश जनता को ब्रिटिश सरकार पर बहुत कम भरोसा है। ऐसे में अगर रिपोर्ट में बहुत अधिक काट-छांट की गई तो लोग इसे ढंकने के रूप में देखेंगे।’’ इस बीच जॉनसन के इस्तीफे की मांग विपक्षी खेमे के साथ-साथ कंजर्वेटिव पार्टी के भीतर भी जोर पकड़ रही है।
गौरतलब है कि कई पार्टियां जांच के घेरे में हैं जिसमें प्रधानमंत्री कार्यालय के उद्यान में 20 मई, 2020 को आयोजित पार्टी और प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन के 56वें जन्मदिन पर 19 जून 2020 को आयोजित बर्थडे केक पार्टी शामिल है। ये दोनों पार्टियां 10 डाउनिंग स्ट्रीट के परिसर में आयोजित की गई थीं, वह भी तब जब पूरे ब्रिटेन में कोविड को लेकर कड़ी पाबंदी लागू थी। इस दौरान लोगों पर बाहर के लोगों को घर बुलाने पर पाबंदी थी।
भाषा
संतोष माधव
माधव
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.