नई दिल्ली: एक संसदीय समिति ने फेसबुक से भारत में उसके राजस्व, मुनाफा और कर भुगतान के बारे में सवाल किया और पूछा कि आमदनी का कितना हिस्सा देश में डाटा सुरक्षा के लिए इस्तेमाल किया जाता है. सूत्रों ने इस बारे में बताया.
फेसबुक की पॉलिसी प्रमुख अंखी दास भाजपा सांसद मीनाक्षी लेखी की अध्यक्षता वाली डाटा सुरक्षा विधेयक 2019 पर संसद की संयुक्त समिति के सामने पेश हुईं.
सूत्रों ने बताया कि समिति के सदस्यों ने उनसे दो घंटे तक कई तरह सवाल किए. बैठक के दौरान एक सदस्य ने कहा कि सोशल मीडिया कंपनी को अपने विज्ञापनदाताओं के वाणिज्यिक फायदे के लिए या चुनावी मकसद से अपने उपभोक्ताओं के डाटा में सेंध नहीं लगाने देनी चाहिए.
सूत्रों ने बताया कि सांसदों ने भारत से फेसबुक को होने वाली आमदनी और डाटा सुरक्षा के लिए राजस्व का कितना हिस्सा खर्च किया जाता है, इस बारे में जााना चाहा.
उपभोक्ताओं के हिसाब से भारत फेसबुक का सबसे बड़े बाजार में शामिल है. उन्होंने बताया कि समिति ने यह भी जानना चाहा कि सोशल मीडिया कंपनी भारत में कितना कर अदा करती है.
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बैठक के दौरान उन आरोपों पर भी चिंता व्यक्त की गयी कि अमेरिका में सोशल मीडिया कंपनी के अधिकतर कर्मचारी देश के किसी खास राजनीतिक दल के प्रति झुकाव रखते हैं.
सोशल मीडिया मंच के कथित दुरुपयोग पर पिछले महीने फेसबुक इंडिया के प्रमुख अजित मोहन कांग्रेस नेता शशि थरूर की अध्यक्षता वाली सूचना और प्रौद्योगिकी पर संसद की स्थायी समिति के सामने पेश हुए थे.
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