बिलासपुर, 28 नवंबर (भाषा) हिमाचल प्रदेश में बिलासपुर जिले की गोविंद सागर झील में जल्द ही ‘पैरासेलिंग’ गतिविधियां शुरू होंगी और फिलहाल टिहरी में कार्य कर रही दिल्ली की एक अग्रणी कंपनी को इस परियोजना के सिलसिले में परीक्षण संचालन के लिए आमंत्रित किया गया है।
उपायुक्त आबिद हुसैन सादिक ने यहां जारी एक बयान में कहा कि जिला प्रशासन ने इस परियोजना के लिए सभी मंजूरी दे दी हैं तथा कंपनी अगले दो महीने में ‘पैरासेलिंग’ गतिविधियां शुरू करेगी।
उन्होंने बताया कि कंपनी दिसंबर के पहले हफ्ते में अपनी ‘पैरासेलिंग’ नौकाएं बिलासपुर लाएगी जिसके साथ ही प्रायोगिक चरण शुरू होगा।
उपायुक्त ने कहा कि इस दौरान विशेषज्ञों की एक तकनीकी समिति गतिविधियों का अवलोकन करेगी तथा उसकी परीक्षण रिपोर्ट के आधार पर जिला विनियमन समिति स्थायी परिचालन के लिए मंजूरी देने पर निर्णय लेगी।
बयान के अनुसार, यदि परीक्षण सफल रहा तो पैरासेलिंग झील के आकर्षणों का स्थायी हिस्सा बन जाएगी। औपचारिक परमिट जारी किया जाएगा तथा सुचारू एवं सुरक्षित गतिविधि सुनिश्चित करने के लिए संगठित परिचालन प्रारूप विकसित किया जाएगा।
उपायुक्त ने कहा कि गोविंदसागर झील क्रूज राइड, शिकारा आदि के जरिए पहले से ही पर्यटकों को आकर्षित करती रही है तथा पैरासेलिंग से इस झील के प्रति पर्यटकों के बीच आकर्षण में और वृद्धि होगी तथा बिलासपुर जल साहसिक खेल गतिविधियों के केंद्र के रूप में स्थापित होगा।
पैरासेलिंग में लोग जलाशय के ऊपर पैराशूट की मदद से हवा में झूल रहे होते हैं।
भाषा राजकुमार नेत्रपाल
नेत्रपाल
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