नई दिल्ली: कोरोना प्रोटोकॉल तोड़ने के आरोप में बिहार के पूर्व सांसद और जनअधिकार पार्टी प्रमुख पप्पू यादव को पटना में गिरफ्तार कर लिया गया है. पप्पू यादव को मंदिरी स्थित उनके घर से पुलिस ने मंगलवार सुबह गिरफ्तार किया.
पटना के बिगड़े हालात को देखने के लिए सांसद पप्पू यादव सोमवार को बिहार के सरकारी अस्पताल पीएमसीएच के कोविड वार्ड में गए थे.
पुलिस के मुताबिक उन पर बगैर अनुमति के घूमने, सरकारी कार्य में बाधा डालने और लॉकडाउन के नियमों का उल्लंघन करने का आरोप है.
पप्पू यादव ने अपनी गिरफ्तारी की जानकारी ट्वीट कर दी कि उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है और गांधी मैदा थाना ले जाया गया है.
‘मुझे गिरफ्तार कर पटना के
गांधी मैदान थाना ले आया है.’
मुझे गिरफ्तार कर पटना के
गांधी मैदान थाना ले आया है।— Pappu Yadav (@pappuyadavjapl) May 11, 2021
पप्पू यादव ने अपनी गिरफ्तारी की खबर आधिकारिक ट्वीटर हैंडल से दी है. ट्वीट में लिखा है कि ‘मुझे गिरफ्तार कर पटना के गांधी मैदान थाने लाया गया है.’
पप्पू यादव ने एक के बाद एक दो ट्वीट किए. अपने दूसरे ट्वीट में उन्होंने लिखा, ‘कोरोना काल में जिंदगियां बचाने के लिए अपनी जान हथेली पर रख जूझना अपराध है, तो हां मैं अपराधी हूं. PM साहब, CM साहब, दे दो फांसी, या भेज दो जेल, झुकूंगा नहीं, रुकूंगा नहीं. लोगों को बचाऊंगा. बेईमानों को बेनकाब करता रहूंगा!’
कोरोना काल में जिंदगियां बचाने के लिए अपनी जान हथेली पर रख जूझना अपराध है, तो हां मैं अपराधी हूं।
PM साहब, CM साहब
दे दो फांसी, या, भेज दो जेल
झुकूंगा नहीं, रुकूंगा नहीं।
लोगों को बचाऊंगा।
बेईमानों को बेनकाब करता रहूंगा!— Pappu Yadav (@pappuyadavjapl) May 11, 2021
भाजपा सांसद रूडी के कोष से खरीदी कई एंबुलेंस खड़ी थी, पप्पू यादव ने मामला उजागर किया
बिहार में मधेपुरा के पूर्व सांसद और जन अधिकार पार्टी (जाप) के अध्यक्ष राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने पिछले दिनों दो दर्जन से ज्यादा एंबुलेंस बिना इस्तेमाल के रखे होने का मामला उजागर किया. सभी एंबुलेंस की खरीदारी सारण से लोकसभा सांसद राजीव प्रताप रूडी के कोष से की गयी थी.
एंबुलेंस पर रूडी का नाम लिखा था और संसद सदस्य स्थानीय क्षेत्र विकास योजना (एमपीलैड) के कोष से इसकी खरीदारी हुई थी.
अपने समर्थकों के साथ पप्पू यादव शुक्रवार को अचानक उस जगह पहुंच गए जहां कई सारी एंबुलेंस खड़ी थी और सुरक्षा कर्मियों से बहस होने के बाद वह परिसर के भीतर चले. परिसर में कई एंबुलेंस को तिरपाल से ढककर रखा गया था.
कोविड-19 महामारी जब अपने चरम पर है, ऐसे में मरीजों को पहुंचाने में एंबुलेंस का इस्तेमाल नहीं करने के लिए पप्पू यादव ने भाजपा सांसद रूडी की तीखी आलोचना की.
जन अधिकार पार्टी के प्रमुख ने कहा, ‘लोगों को एक किलोमीटर तक कोविड मरीज को ले जाने के लिए भी 12,000 रुपये तक देने पड़ रहे हैं. एंबुलेंस की घोर किल्लत है और सारण के सांसद ने 100 एंबुलेंस को बिना इस्तेमाल के खड़ा कर रखा है.’
पप्पू यादव ने कहा, ‘उन्होंने (रूडी) अपने कुछ लोगों को एंबुलेंस बांट दी. इस मामले की जांच होनी चाहिए. एमपीलैड कोष जनता का धन है.’
वहीं, रूडी के एक समर्थक ने यादव पर परिसर में जबरन घुसने और एंबुलेंस में तोड़फोड़ करने का आरोप लगाते हुए पुलिस में शिकायत दी है.
पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार ने बताया कि शनिवार को अमनौर थाने में यादव के खिलाफ एक प्राथमिकी दर्ज की गयी.
एंबुलेंस बिना इस्तेमाल के रखे होने का मामला सामने आने के बाद रूडी और यादव के बीच जुबानी जंग हुई है.
पूर्व केंद्रीय मंत्री और सारण के मौजूदा सांसद रूडी ने अपना बचाव करते हुए कहा कि कोविड महामारी के कारण ड्राइवर नहीं मिलने से एंबुलेंस रखी हुई थी.
रूडी ने यादव पर मामले में राजनीति करने का आरोप लगाया और उन्हें ड्राइवरों की व्यवस्था करने की चुनौती दी.
इसके बाद, यादव ने कुछ ड्राइवरों के साथ पटना में संवाददाता सम्मेलन किया. यादव ने कहा कि उन्होंने ड्राइवरों की व्यवस्था कर दी है और वे एंबुलेंस चलाने के लिए तैयार हैं.
यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से ऐसी गतिविधियां रोकने और काम करने के लिए राजी ड्राइवरों की सेवाएं लेने की अपील की.
मधेपुरा से कई बार सांसद रहे यादव कोविड-19 महामारी के दौरान लगातार मरीजों की सेवा में जुटे हैं. उन्होंने जरूरतमंद मरीजों के लिए ऑक्सीजन सिलेंडर और बिस्तर दिलाने में भी मदद की है.
पप्पू यादव 2019 के आम चुनाव में जद(यू) नेता दिनेश चंद्र यादव से हार गए थे.
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