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Friday, 28 June, 2024
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देशभर में सीएए के विरोध के बीच गुजरात में पाकिस्तानी हिंदुओं को भारतीय नागरिकता मिली

केंद्रीय मंत्री एम एल मंडाविया ने गुजरात के कच्छ में सात पाकिस्तानी और मोरबी में तीन शरणार्थियों को नागरिकता प्रमाणपत्र सौंपे.

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मोरबी: संशोधित नागरिकता कानून के विरोध में जारी प्रदर्शनों के बीच गुजरात के एक सांसद ने शनिवार को पाकिस्तान से एक दशक पहले आये हिंदू परिवार के तीन सदस्यों को नागरिता का प्रमाण पत्र सौंपा .

गुजरात के राजकोट से लोकसभा सदस्य मोहन कुंडारिया ने मोरबी के वावड़ी गांव में आयोजित समारोह में तीन लोगों को देश की नागरिकता का प्रमाण पत्र सौंपा . इन लोगों में हरसिंह सोढ़ा, सरूपसिंह सोढ़ा और प्रभातसिंह सोढ़ा शामिल हैं . ये लोग 2007 में पाकिस्तान से भारत आये थे .

कुंडारिया ने बताया कि मोरबी में रह रहे ऐसे हजारों हिंदुओं को जल्दी ही नागरिकता दी जाएगी . उन्होंने को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा पारित नागरिकता संशोधन अधिनियम के प्रति आभार व्यक्त किया.

उन्होंने कहा, ‘ऐसे हजारों लोग हैं जो पाकिस्तान से आये हैं और मोरबी में रह रहे हैं . नये कानून के तहत अंतत: उन्हें नागरिकता मिल जाएगी . केंद्र और राज्य सरकार द्वारा बनाये गए नियमों के तहत आज तीन लोगों को नागरिकता का प्रमाण पत्र दिया गया .’

इस मौके पर हरिसिंह ने कहा कि उनके लिए आज बहुत खुशी का दिन है और केंद्र सरकार का धन्यवाद .

 सात पाकिस्तानी शरणार्थियों को नागरिकता प्रमाणपत्र दिया

वहीं शुक्रवार को भी केंद्रीय मंत्री एम एल मंडाविया ने गुजरात के कच्छ में सात पाकिस्तानी शरणार्थियों को नागरिकता प्रमाणपत्र सौंपे.

जहाजरानी मंत्री मंडाविया ने गुजरात के मोरबी और कच्छ जिलों में शरण लेने वाले पाकिस्तानी शरणार्थियों से मुलाकात की.

मंडाविया ने कहा, ‘संशोधित नागरिकता अधिनियम पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान में धार्मिक उत्पीड़न का सामना करने वाले अल्पसंख्यकों को भारत में सम्मानजनक जीवन जीने का अवसर प्रदान करेगा.’

सरकार ने संशोधित नागरिकता कानून को संसद द्वारा पारित किये जाने और राष्ट्रपति की मंजूरी प्राप्त होने के बाद 13 दिसंबर को अधिसूचित कर दिया था. इस कानून के खिलाफ देश के विभिन्न हिस्सों में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं.

मंडाविया ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली केंद्र सरकार इन अल्पसंख्यकों को राहत देने के लिए सभी प्रयास कर रही है, जिन्होंने धार्मिक प्रताड़ना झेली है.

मंडाविया के साथ मौजूद एक अधिकारी ने कहा कि इलाके में शरणार्थियों के बीच जश्न का माहौल है.

अधिकारी ने कहा, ‘लोगों ने एकदूसरे को मिठाई खिलाकर, पटाखे फोड़कर और एक-दूसरे पर रंग डालकर एक दूसरे का अभिवादन किया. इस अधिनियम का स्वागत करते हुए उनके चेहरे पर खुशी और संतोष था.’

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