अहमदाबाद, 24 अप्रैल (भाषा) जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में मारे गए गुजरात के तीन निवासियों का बृहस्पतिवार को उनके पैतृक शहरों में अंतिम संस्कार कर दिया गया। इस दौरान स्थानीय लोगों की भारी भीड़ उनकी अंतिम यात्रा में शामिल हुई।
गुजरात के मारे गए पर्यटकों की पहचान भावनगर शहर के यतीश परमार और उनके बेटे स्मित परमार तथा सूरत निवासी शैलेश कलाठिया के रूप में हुई है। बुधवार रात श्रीनगर से उनके पार्थिव शरीर गुजरात लाए जाने के बाद बृहस्पतिवार सुबह उनके पैतृक शहरों में उनका अंतिम संस्कार किया गया।
मंगलवार दोपहर को दक्षिण कश्मीर के लोकप्रिय पर्यटन स्थल पहलगाम में आतंकवादियों द्वारा किए गए हमले में कम से कम 26 लोगों की मौत हो गई थी, जिनमें अधिकांश अन्य राज्यों से आए पर्यटक थे।
गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल बुधवार रात भावनगर पहुंचे और बृहस्पतिवार सुबह कालियाबिद इलाके स्थित परमार परिवार के घर जाकर यतीश और स्मित परमार को श्रद्धांजलि दी। इसके बाद उन्होंने परिवार के सदस्यों से मुलाकात कर अपनी संवेदना व्यक्त की।
मुख्यमंत्री पटेल ने स्मित परमार के चचेरे भाई सार्थक नथानी से बातचीत की, जिन्होंने हमले के समय की भयावह स्थिति का विवरण दिया।
इस दौरान केंद्रीय मंत्री एवं स्थानीय सांसद निमुबेन बाम्भनिया, राज्य मंत्री कुंवरजीभाई बावलिया और भावनगर जिले के विधायक जितु वघानी, सेजल पंड्या और भिखाभाई बरैया भी मुख्यमंत्री के साथ मौजूद थे। परमार के निवास स्थान से श्मशान घाट तक की अंतिम यात्रा में बड़ी संख्या में स्थानीय लोग शामिल हुए।
मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने घोषणा की है कि राज्य सरकार तीनों मृतकों के परिजनों को पांच-पांच लाख रुपये की सहायता राशि प्रदान करेगी।
वहीं सूरत में, शैलेश कलाठिया के पार्थिव शरीर को मोटा वराछा इलाके में उनके चचेरे भाई के निवास पर रखा गया। इसके बाद सुबह अब्रामा क्षेत्र में उनका अंतिम संस्कार किया गया।
केंद्रीय मंत्री सी. आर. पाटिल और राज्य के गृह राज्य मंत्री हर्ष संघवी सहित कई जनप्रतिनिधियों ने कलाठिया को श्रद्धांजलि अर्पित की। मोटा वराछा से श्मशान तक की अंतिम यात्रा में लगभग 300 लोग शामिल हुए।
भाषा राखी नरेश
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