नई दिल्ली: द एनर्जी एंड रिसोर्सेज इंस्टीट्यूट (टेरी) के पूर्व प्रमुख आरके पचौरी का लंबे समय तक हृदय रोग से जूझने के बाद बृहस्पतिवार को निधन हो गया.
टेरी के पूर्व प्रमुख के नेतृत्व में संयुक्त राष्ट्र के अंतर सरकारी पैनल ने जलवायु परिवर्तन पर 2007 में नोबेल शांति पुरस्कार जीता था.
वह 79 वर्ष के थे.
एक बयान में उनके परिवार ने कहा कि निधन से पहले बृहस्पतिवार को पचौरी के हृदय का ऑपरेशन हुआ था. उन्हें मंगलवार को एस्कोर्ट हर्ट इंस्टीट्यूट में भर्ती किया गया था.
उनके परिवार ने बताया कि उनके साहसिक नेतृत्व में जलवायु परिवर्तन को लेकर दुनिया भर में चर्चा शुरू हो गई.
टेरी ने अपने संस्थापक निदेशक के निधन पर दुख व्यक्त किया है.
टेरी के महानिदेशक अजय माथुर ने एक बयान में कहा, ‘टेरी आज जहां है, डॉक्टर पचौरी के अथक प्रयासों के कारण है. उन्होंने इस संस्था को विकसित करने और एक प्रमुख वैश्विक संगठन बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई.’
पचौरी को 2001 में पद्म भूषण सम्मान से भी सम्मानित किया गया था और 2008 में उन्हें पद्म विभूषण सम्मान भी मिला. पचौरी का जन्म 20 अगस्त, 1940 को उत्तराखंड के नैनीताल में हुआ था और उनकी पढ़ाई लखनऊ के मार्टिनीयर कॉलेज में हुई . इसके बाद उन्होंने बिहार के जमालपुर के इंडियन रेलवे इंस्टीट्यूट ऑफ मेकेनिकल एंड इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की.
पचौरी की एक महिला सहकर्मी ने 2015 में उन पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था, जिसके बाद उन्होंने टेरी के प्रमुख के पद से इस्तीफा दे दिया था.