नई दिल्ली : कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने कई विपक्षी नेताओं द्वारा उनके आईफोन में ‘सरकार प्रायोजित सेंधमारी के प्रयास’ का दावा किए जाने का हवाला देते हुए बुधवार को कहा कि पेगासस के रहस्य के बाद अब शक की सुई सरकार की एजेंसी की तरफ जा रही है.
चिदंबरम ने यह भी कहा कि फिलहाल यह सिर्फ संदेह है.
पूर्व केंद्रीय गृह मंत्री ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता कि सैकड़ों विपक्षी नेताओं को एप्पल से उनके फोन को खतरे में डालने के सरकार प्रायोजित प्रयास के बारे में अलर्ट मिला. केवल विपक्षी नेता ही क्यों? विपक्षी नेताओं के फोन के साथ छेड़छाड़ करने में किसकी दिलचस्पी होगी.’
कांग्रेस नेता ने कहा, ‘पेगासस के रहस्य (आज तक नहीं सुलझा) के बाद, शक की सुई एक सरकारी एजेंसी की ओर उठ रही है. फिलहाल यह केवल एक संदेह है.’
विपक्ष के कई नेताओं ने मंगलवार को दावा किया था कि उन्हें उनके आईफोन में ‘सरकार प्रायोजित सेंधमारी के प्रयास’’ के बारे में एप्पल से चेतावनी संदेश मिला है तथा इस कथित हैकिंग के प्रयास के लिए सरकार जिम्मेदार है.
केंद्रीय सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने विपक्ष के आरोपों को खारिज किया था और कहा था कि सरकार इसकी गहन जांच कराएगी.
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, पार्टी नेता केसी वेणुगोपाल, शशि थरूर, पवन खेड़ा, सुप्रिया श्रीनेत एवं टी एस सिंहदेव, शिवसेना (यूबीटी) की सांसद प्रियंका चतुर्वेदी, तृणमूल कांग्रेस की महुआ मोइत्रा, आम आदमी पार्टी (आप) के राघव चड्ढा, माकपा महासचिव सीताराम येचुरी, समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव और आल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के असदुद्दीन ओवैसी को भी इसी तरह का संदेश मिला.
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