नयी दिल्ली, सात जुलाई (भाषा) नगर निगम ने दिल्ली में 375 से अधिक घरों और भवनों को जोखिम की श्रेणी में चिन्हित किया है, जिन्हें ध्वस्त किए जाने एवं मरम्मत की आवश्यकता है। निगम ने उप राज्यपाल वी के सक्सेना के निर्देश पर यह कवायद की है। अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) द्वारा कराए गए एक सर्वेक्षण में सदर-पहाड़गंज के 112 और सिविल लांइस इलाके में 101 घरों के ढांचे को खतरनाक माना गया है।
सक्सेना ने 27 जून को एमसीडी और नई दिल्ली नगर निगम (एनडीएमसी) को बारिश के मौसम में ढहने के जोखिम वाली इमारतों की पहचान करने और उन्हें ध्वस्त करने या मरम्मत सुनिश्चित करने का निर्देश दिया था।
एक अधिकारी ने बताया कि एनडीएमसी ने सर्वेक्षण के लिए दो टीम का गठन किया और जुलाई के पहले सप्ताह तक किए गए सर्वेक्षण में 110 परिसरों को जोखिम की श्रेणी में पाया गया। उन्होंने बताया कि बरसात के मौसम के दौरान किसी भी अप्रिय घटना से बचाव के लिए उपयुक्त कदम उठाए जा रहे हैं।
निगम के एक अधिकारी ने कहा कि एमसीडी ने एक जुलाई तक शहर के 26,62,135 मकानों में से 24,73,179 का सर्वेक्षण किया, जिनमें से 266 को जोखिम की श्रेणी में पाया गया और इनके मालिकों को नोटिस जारी किया गया।
भाषा शफीक नरेश
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