अहमदाबाद: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को देश की न्यायपालिका की सराहना करते हुए कहा कि उसने लोगों के अधिकार की रक्षा करने, निजी स्वतंत्रता को बरकरार रखने और उन हालात में अपने कर्तव्य का निष्ठा से निर्वहन किया, जब राष्ट्र हितों को प्राथमिकता दिए जाने की आवश्यकता थी.
उन्होंने कहा कि उच्चतम न्यायालय ने कोरोनावायरस वैश्विक महामारी के दौरान वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से दुनिया में सर्वाधिक संख्या में सुनवाई की.
मोदी ने गुजरात उच्च न्यायालय के 60 वर्ष पूरे होने के अवसर पर ऑनलाइन माध्यम से डाक टिकट जारी करने के बाद कहा, ‘हर देशवासी यह कह सकता है कि हमारी न्यायपालिका ने हमारे संविधान की रक्षा के लिए दृढ़ता से काम किया. हमारी न्यायपालिका ने अपनी सकारात्मक व्याख्या से संविधान को मजबूत किया है.’
उन्होंने कहा, ‘यह सुनकर सभी को गौरव होता है कि हमारा न्यायालय महामारी के दौरान वीडियो कांफ्रेंस के जरिए दुनिया का सर्वाधिक सुनवाई करने वाला न्यायालय बन गया है.’
मोदी ने कहा कि न्यायपालिका ने लोगों के अधिकार की रक्षा करने, निजी स्वतंत्रता को बरकरार रखने और उन हालात में अपने कर्तव्य का निष्ठा से निर्वहन किया, जब राष्ट्र हितों को प्राथमिकता दिए जाने की आवश्यकता थी.
यह भी पढ़ें: ‘बाल श्रम वाली खानों का माइका’ प्रयोग करने का आरोप, रिहाना का ‘फेंटी ब्यूटी’ जांच के घेरे में