तिरुवनंतपुरम/पलक्कड़/कोच्चि, 17 अप्रैल (भाषा) विपक्षी दलों ने केरल के पलक्कड़ जिले में 24 घंटे के भीतर आरएसएस और पीएफआई नेता की हत्याओं के लिए माकपा को जिम्मेदार ठहराया है।
विपक्षी दलों ने सत्तारूढ़ मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) पर ऐसी घटनाओं को रोक पाने में विफल रहने का आरोप लगाया है।
वहीं, मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने कहा कि उनकी सरकार ने हत्याओं में शामिल लोगों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई करने का पुलिस को निर्देश दिया है।
विजयन ने फेसबुक पर लिखे एक पोस्ट में इन हत्याओं को ‘निंदनीय’ बताते हुए कहा कि दोषियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
मुख्यमंत्री ने लोगों से उन तत्वों से दूर रहने का अनुरोध किया है जो साम्प्रदायिकता तथा अपनी संकीर्ण मानसिकता के जरिए लोगों को विभाजित करने की कोशिश कर रहे हैं।
विजयन के अपराध में शामिल लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने का आश्वासन देने के बावजूद राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता वी. डी. सतीशन ने राज्य सरकार और उसके गृह विभाग पर राज्य में साम्प्रदायिक ताकतों पर लगाम लगाने में ‘‘बुरी तरह नाकाम’’ रहने का आरोप लगाया है।
विपक्ष के नेता ने कोच्चि में पत्रकारों से बातचीत में ऐसी साम्प्रदायिक ताकतों के खिलाफ विजयन की साम्प्रदायिक तुष्टीकरण की नीतियों पर पुलिस द्वारा कार्रवाई न करने का भी आरोप लगाया।
गौरतलब है कि पलक्कड़ जिले में शनिवार को एक गिरोह ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के एक नेता की हत्या कर दी थी। इससे कुछ घंटे पहले जिले में पीएफआई के एक नेता की हत्या का मामला सामने आया था।
पुलिस ने कहा था कि आरएसएस के पदाधिकारी एस के श्रीनिवासन (45) पर छह सदस्यीय गिरोह ने मेलमुरी में उनकी मोटरसाइकिल की दुकान पर हमला किया। इस घटना से कुछ घंटे पहले यहां पास के एक गांव में पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) के एक नेता की हत्या कर दी गई थी। दोपहर में आरएसएस नेता की हत्या के बाद स्थानीय लोगों ने आसपास के इलाकों में दुकानें बंद करा दी और पुलिस ने सुरक्षा बढ़ा दी है।
भाजपा ने भी पिछले साल दिसंबर में अलप्पुझा में एक के बाद एक हत्याओं समेत हिंसक घटनाओं के लिए राज्य सरकार को जिम्मेदार ठहराया और आरोप लगाया कि वामपंथी सरकार पीएफआई और उसकी राजनीतिक शाखा सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया (एसडीपीआई) को हरसंभव सहायता दे रही है।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष के. सुरेंद्रन ने कहा कि राज्य में मौजूदा हालात देश के लिए खतरा है और इसलिए जब केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पिछले सप्ताह केरल आए थे तो इन मुद्दों को उनके समक्ष उठाया गया था।
पलक्कड़ में मीडिया को संबोधित करते हुए सुरेंद्रन ने यह भी पूछा कि राज्य सरकार ने पीएफआई के खिलाफ मामलों की सीबीआई जांच का विरोध क्यों किया।
उन्होंने आरोप लगाया कि केरल में एसडीपीआई सत्तारूढ़ सरकार के पूरे सहयेाग से काम कर रही है और सरकार ने पुलिस के हाथ बांध दिए हैं।
राज्य विधानसभा के अध्यक्ष एम बी राजेश ने भी हत्याओं पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि ऐसी हिंसक घटनाएं केरल में तनाव और संघर्ष पैदा करने की ‘‘सुनियोजित साजिश’’ का हिस्सा हैं।
भाषा
गोला देवेंद्र
देवेंद्र
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