नई दिल्ली: यूक्रेन में फंसे भारतीयों को निकालने को लेकर ऑपरेशन गंगा लांच किया गया है. इसकी जानकारी विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने देते हुए कहा कि भारत सरकार ने यूक्रेन में फंसे हमारे नागरिकों को निकालने के लिए ‘बहुआयामी’ ऑपरेशन गंगा शुरू किया है. यह निकालने की प्रक्रिया सरकारी खर्च पर होगी.
श्रृंगला ने कहा, ‘चूंकि यूक्रेन में हवाई क्षेत्र बंद था, इसलिए हमने हंगरी, पोलैंड, स्लोवाकिया और रोमानिया के रास्ते भारतीयों को निकालने के विकल्पों को खोजे हैं. सीमा पार विशेष तौर से पॉइंट्स की पहचान की गई और विदेश मंत्रालय ने पहले ही निकालने की प्रक्रिया में सहायता के लिए टीमों को तैनात किया था.
विदेश सचिव ने बताया कि कीव में हमारे दूतावास और हमारे मंत्रालय ने ऐसे हालात पैदा होने से पहले ही कई परामर्श जारी कर दिए थे. हमारे 4,000 नागरिक इन सलाहों के अनुसार संघर्ष से पहले ही यहां से चले गए थे. हमने अनुमान लगाया कि यूक्रेन में लगभग 15,000 नागरिक बचे हैं.
उन्होंने कहा कि हंगरी और रोमानिया के लिए सीमा पार काम हो रहा है, हालांकि, पोलैंड के लिए निकलने का पॉइंट लाखों विदेशी नागरिकों के भागने की कोशिश के कारण बंद है. जो लोग हंगरी और रोमानिया की सीमाओं के पास हैं, उन्हें चरणों में उनके सीमा पॉइंट की ओर निर्देशित किया जाता है.
अब तक गंगा ऑपरेशन के तहत, हमारे हजारों नागरिकों को रोमानी और हंगरी से बाहर निकाला गया है और बाकी हजारों को यूक्रेन से भूमि मार्गों के जरिए निकाला गया है. उनके लिए उड़ानों की व्यवस्था की गई है. विदेश सचिव हर्ष वर्धन श्रृंगला ने जानकारी दी.
विदेश सचिव श्रृंगला ने बताया कि, ‘मैंने रूस और यूक्रेन के दोनों राजदूतों को अलग-अलग बात की, उन्हें भारतीय नागरिकों की सुरक्षा पर अपनी चिंताओं से अवगत कराया. मैंने उन स्थानों को साझा किया है जहां भारतीय नागरिक जमा हुए हैं. दोनों राजदूतों ने हमारी चिंताओं पर ध्यान दिया और हमें भारतीय नागरिकों की सुरक्षा का आश्वासन दिया.’
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