नयी दिल्ली, 30 दिसंबर (भाषा) देश में तृतीय लिंग (थर्ड जेंडर) के पंजीकृत मतदताओं में से सिर्फ 27 प्रतिशत ने इस लोकसभा चुनाव में अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया।
निर्वाचन आयोग के आंकड़ों से यह जानकारी सामने आई है।
पिछले सप्ताह आयोग द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, 2024 में 48,194 लोग तृतीय लिंग के मतदाता के रूप में मतदान करने के पात्र थे, जबकि 2019 में यह संख्या 39,075 थी। पांच साल की अवधि में इन मतदाताओं की संख्या में 23.5 प्रतिशत की वृद्धि हुई।
आंकड़ों में कहा गया है कि इन पंजीकृत मतदाताओं में से 13,058 ने अपने मताधिकार का उपयोग किया, जो कुल पंजीकृत तृतीय लिंग मतदाताओं का 27 प्रतिशत है।
आंकड़ों के अनुसार, तमिलनाडु में पंजीकृत तृतीय लिंग मतदाताओं की संख्या सबसे अधिक – 8,467 थी, लेकिन इनमें से केवल 2,709 ने वोट डाला।
वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में उनकी मतदान में कुल भागीदारी 14.64 प्रतिशत थी।
ऐसी खबरें हैं कि तृतीय लिंग के कई मतदाताओं ने मतदान केंद्रों पर कतार में लगने में अनिच्छा व्यक्त की है क्योंकि उनका दावा है कि उन्हें तिरस्कार की दृष्टि से देखा जाता है और सुरक्षा कर्मियों द्वारा बार-बार उनकी पहचान साबित करने के लिए कहा जाता है।
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हक मनीषा
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